नैक मूल्यांकन के लिए सभी मानकों के अनुरूप तैयार करें प्रमाणित डेटा: आनंदी बेन पटेल
- निर्माणदाई संस्थाएं तय समय सीमा की अवधि में पूर्ण करें गुणवत्ता पूर्ण कार्य : राज्यपाल अयोध्या, 18 दिसंबर (हि.स.)। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या में नैक मूल्यांकन की तैयारी के लिए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में गुरुवार
राज्यपाल विश्विद्यालय समीक्षा


- निर्माणदाई संस्थाएं तय समय सीमा की अवधि में पूर्ण करें गुणवत्ता पूर्ण कार्य : राज्यपाल

अयोध्या, 18 दिसंबर (हि.स.)। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या में नैक मूल्यांकन की तैयारी के लिए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में गुरुवार को समीक्षा बैठक की। बैठक का उद्देश्य में नैक मूल्यांकन की तैयारी के दृष्टिगत चल रही प्रगति पर एट्रीब्यूट 1 (मानदंड) से लेकर एट्रीब्यूट 11 तक के सभी महत्वपूर्ण बिन्दुओं का पावर पॉइंट्स प्रेजेंटेशन के माध्यम से सभी मानकों के अटैचमेंट को कुलाधिपति ने परखा ।

राज्यपाल और विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने प्रमुख रूप से एट्रीब्यूट एक के अंतर्गत पीओएस, सीओ, पीएसओ के साथ एकेडमिक काउंसिल, फीडबैक मैकेनिजम, स्पोर्ट्स मैनेजमेंट, भारतीय भाषा लर्निंग एंड टीचिंग, सीबीसीएस, एनईपी एलाइनमेंट, सेमिनार के साथ एट्रीब्यूट 2 में लैब कार्य, रिसर्च, अयोध्या की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत, एसाइनमेंट, एट्रीब्यूट 3 और 4 के तहत वित्तीय प्रावधान और स्पोर्ट्स की गतिविधियों से जुड़े बिन्दुओं पर प्रस्तुति देखी। मानदंड पाँच के तहत कोलैबोरेटिव लर्निंग, लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम, पियर्स एसाइनमेंट, एग्जामिनेशन रिपोर्ट डे, एकेडमिक ग्रीवेंस सेल, चैलेंज इवेल्यूएशन के साथ एट्रीब्यूट 6 एवं 7 में स्टूडेंट्स काउंसलिंग, स्पोर्ट्स क्लब, कल्चरल क्लब, सोशल क्लब के गठन की प्रगति की जानकारी के साथ ग्रीवेंस हैंडलिंग, ई गवर्नेंस के कुछ बिंदुओं में आवश्यक सुधार करने के लिए निर्देशित किया।

एट्रीब्यूट 8 के लिए प्रो नीलम पाठक ने प्रेजेंटेशन में स्टूडेंट्स डिमांड रेशियों, सीट उपलब्धता, स्टूडेंट्स एडमिशन पर्सनेटेज स्टेटस, प्लेसमेंट मैट्रिक एवं उत्तीर्ण छात्रों के प्रतिशत का डेटा का ब्यौरा प्रस्तुत किया। एट्रीब्यूट 9 में राज्यपाल ने सभी शिक्षकों को रिसर्च प्रोजेक्ट पर अधिक फोकस करने के लिए निर्देशित किया। केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही शोध परियोजनाओं पर कार्य करने को कहा। राज्यपाल ने शिक्षकों काे शोध पत्र प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित किया । शाेध प्रकाशन,शाेध गुणवत्ता, पी एचडी अवार्ड, रिसर्च फैलोशिप, कंसल्टेंसी ट्रेनिंग, बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) शोध गतिविधियों जैसे प्रमुख बिंदुओं का परीक्षण किया गया। एट्रीब्यूट 10 और 11 के विभिन्न मानदंडों को परखा गया एवं उनके आवश्यक परिवर्तन के निर्देश दिए।

इस अवसर पर कुलपति कर्नल डॉ. बिजेंद्र सिंह, विशेष कार्य अधिकारी राज्यपाल डॉ. सुधीर एम बोबडे, एवं डॉ. पंकज एल जानी, कुलसचिव विनय कुमार सिंह, वित्त अधिकारी पूर्णेन्दु शुक्ल, विज्ञान संकाय अध्यक्ष प्रो. एस एस मिश्र, आईक्यूएसी निदेशक प्रो. हिमांशु शेखर सिंह, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो नीलम पाठक, प्रो. सी के मिश्र, प्रो. फर्रुख जमाल, प्रो. अनुप कुमार, प्रो. शैलेंद्र कुमार वर्मा, प्रो शैलेंद्र कुमार, प्रो. सुरेन्द्र मिश्र डॉ. विनोद कुमार चौधरी, प्रोग्रामर रवि मालवीय सहित बड़ी संख्या में शिक्षक एवं टीम के सदस्य उपस्थित रहे।

जिला प्रशासन के साथ की बैठक

राज्यपाल ने विश्वविद्यालय परिसर में चल रही विकास योजनाओं की प्रगति को लेकर जिला प्रशासन एवं कार्यदाई संस्थाओं के साथ कौटिल्य प्रशासनिक भवन सभागार में बैठक की। कार्यवाही संस्था में प्रमुख रूप से यूपीपीसीएल, सी एन डी एस, जल निगम, आर ई एस के अधिकारियों के साथ कार्य प्रगति की समीक्षा की और तय समय सीमा में कार्यों को पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी निखिल राम फुंदे, मुख्य विकास अधिकारी ए के सिंह, नगर आयुक्त के साथ कार्यवाही संस्थाओं के अधिकारी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय