बीस हजार साधु-संतों को राम पाती लिखने वाले महंत बालक दास ने नगर निगम का दिया धन्यवाद
वाराणसी, 18 दिसम्बर (हि. स.)। वाराणसी के मठ मंदिरों को हाउस टैक्स की नोटिस मिलने के बाद महंत बालक दास ने 20 हजार साधु-संतों को राम पाती लिखी थी। जिसका संज्ञान लेते हुए वाराणसी नगर निगम के नगर आयुक्त ने हाउस टैक्स माफ कर दिया है। नगर निगम के सभी अध
महंत बालक दास पत्रकारों से वार्ता करते हुए


वाराणसी, 18 दिसम्बर (हि. स.)। वाराणसी के मठ मंदिरों को हाउस टैक्स की नोटिस मिलने के बाद महंत बालक दास ने 20 हजार साधु-संतों को राम पाती लिखी थी। जिसका संज्ञान लेते हुए वाराणसी नगर निगम के नगर आयुक्त ने हाउस टैक्स माफ कर दिया है। नगर निगम के सभी अधिकारियों की ओर से जोन के अनुसार यह सूचना मठ मंदिर के साधु-संतों को मिली तो महंत बालक दास ने नगर निगम का धन्यवाद दिया।

महंत बालक दास ने पुनः अपनी बातों दोहराते हुए कहा कि साधु-संतों को आश्रम चलाने के लिए भिक्षा मांगनी पड़ती है। आश्रम कोई दुकान नहीं है। ऐसे में सेवा के स्थान को टैक्स नोटिस भेजने बिल्कुल अनुचित था। नगर निगम वाराणसी के नगर आयुक्त ने अच्छा कार्य किया है। इससे पहले वाराणसी के नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल ने कहा कि हिंदू, सिख, जैन सहित सभी उपासना स्थलों पर हाउस टैक्स शून्य कर दिया गया है। वहीं, सीवर और पानी टैक्स 50 प्रतिशत लगेगा। नगर निगम ने जिस भी मठ-मंदिर को कुर्की का नोटिस भेजा था, उनके प्रतिनिधि आकर संशोधन करा सकते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / श.चन्द्र