रामलला दर्शन के लिए 850 श्रद्धालु भारत गौरव ट्रेन से अयोध्या रवाना
राज्य शासन की ओर से तीर्थ यात्रियों के लिए सभी सुविधाएं निःशुल्क रायपुर, 18 दिसंबर (हि. स.)। छत्तीसगढ़ सरकार की रामलला दर्शन योजना के तहत आज गुरुवार को राजनांदगांव रेलवे स्टेशन से भारत गौरव स्पेशल ट्रेन अयोध्या धाम के लिए रवाना हुई। इस ट्रेन से 8
राजनांदगांव रेलवे स्टेशन से भारत गौरव स्पेशल ट्रेन अयोध्या धाम के लिए रवाना हुई। इस ट्रेन से 850 श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए रवाना हुए


राज्य शासन की ओर से तीर्थ यात्रियों के लिए सभी सुविधाएं निःशुल्क

रायपुर, 18 दिसंबर (हि. स.)। छत्तीसगढ़ सरकार की रामलला दर्शन योजना के तहत आज गुरुवार को राजनांदगांव रेलवे स्टेशन से भारत गौरव स्पेशल ट्रेन अयोध्या धाम के लिए रवाना हुई। इस ट्रेन से 850 श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए रवाना हुए, जहां उन्हें रामलला के साथ-साथ काशी विश्वनाथ के दर्शन का भी सौभाग्य प्राप्त होगा। राज्य शासन ने यात्रियों के लिए आने-जाने, रहने-खाने, रुकने और चिकित्सा जैसी सभी सुविधाएं निःशुल्क प्रदान की हैं।

छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के अध्यक्ष नीलू शर्मा, श्रम कल्याण आयोग के अध्यक्ष योगेश दत्त, राजनांदगांव महापौर मधुसूदन यादव, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती किरण रवींद्र एवं खूबचन्द पारख ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया। अतिथियों ने श्रद्धालुओं का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया और तीर्थयात्रा को बधाई व शुभकामनाएं दीं।

ट्रेन के दुर्ग स्टेशन पहुंचने पर तीर्थयात्रियों का जोरदार स्वागत किया गया। विधायक दुर्ग ग्रामीण ललित चंद्राकर, जिला पंचायत अध्यक्ष सरस्वती बंजारा, जिला प्रशासन के अधिकारी, छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड एवं आईआरसीटीसी के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

यात्रा में शामिल एक बुजुर्ग श्रद्धालु रामू साहू ने कहा कि, राज्य सरकार का यह प्रयास सराहनीय है। निःशुल्क सुविधाओं के साथ रामलला और काशी विश्वनाथ के दर्शन का अवसर मिलना हमारे लिए जीवन का सबसे बड़ा आशीर्वाद है।

युवा तीर्थयात्री राधा वर्मा ने भावुक होकर कहा कि, रामलला दर्शन योजना से हम जैसे सामान्य परिवारों को यह सौभाग्य मिला। स्टेशन पर मिला स्वागत और सभी व्यवस्थाएं देखकर मन प्रसन्न हो गया। यह योजना छत्तीसगढ़ सरकार की धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने वाली महत्वपूर्ण पहल है, जो श्रद्धालुओं को सुगम और सुलभ तीर्थयात्रा का अवसर प्रदान कर रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / गायत्री प्रसाद धीवर