अंबिकापुर छात्र अपहरण कांड : मामूली विवाद बना हैवानियत की वजह, पार्षद पुत्र समेत सात आरोपित सलाखों के पीछे
अंबिकापुर, 18 दिसंबर (हि.स.)। शहर के मणिपुर थाना क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। मामूली विवाद के बाद दो छात्रों का अपहरण कर उन्हें बंधक बनाकर बेरहमी से पीटने के आरोप में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सात आरोपिताे
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अंबिकापुर, 18 दिसंबर (हि.स.)। शहर के मणिपुर थाना क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। मामूली विवाद के बाद दो छात्रों का अपहरण कर उन्हें बंधक बनाकर बेरहमी से पीटने के आरोप में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सात आरोपिताें को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपिताें में एक भारतीय जनता पार्टी के पार्षद का बेटा और दो नाबालिग भी शामिल हैं। इस सनसनीखेज वारदात में शामिल अन्य आरोपित अभी फरार बताए जा रहे हैं।

पुलिस के अनुसार 15 दिसंबर की रात मंगल पांडेय वार्ड के खटिक पारा इलाके में स्थित एक किराए के मकान में दर्जनभर युवक जबरन घुस आए। आरोप है कि चाकू दिखाकर उन्होंने छात्र राहुल सोनवानी (22) और उसके साथी शुभम रवि का अपहरण कर लिया। दोनों को जबरन घसीटते हुए शहर के एक अन्य हिस्से में ले जाया गया, जहां उन पर बेरहमी से हमला किया गया।

बताया गया है कि, आरोपिताें ने पहले डॉक्टर अनुपम मिंज के घर के पास झाड़ियों में दोनों युवकों को घेर लिया और मुक्कों, ईंट-पत्थरों, डंडों और चाकू से हमला किया। इसके बाद उन्हें पार्षद के घर ले जाकर भी मारपीट जारी रखी गई। इस हिंसा में दोनों छात्रों को गंभीर चोटें आईं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

सीसीटीवी फुटेज से खुली पोल

घटना का सीसीटीवी वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने फुटेज के आधार पर आरोपिताें की पहचान की और ताबड़तोड़ छापेमारी कर आज गुरूवार काे सात लोगों को हिरासत में लिया। गिरफ्तार आरोपिताें में विशाल साहू (27), राजा साहू उर्फ संजय (32), उदय साहू (22), रोशन सोनी (22), आकाश यादव (20) सभी निवासी दर्रीपारा के साथ दो नाबालिग शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि, बाकी आरोपिताें की तलाश जारी है।

गंभीर धाराओं में मामला दर्ज, सभी आरोपित जेल भेजे गए

पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की गंभीर धाराओं 296, 351(3), 191(2), 191(3), 190, 115(2), 118(1), 331(8) और 127(2) के तहत प्रकरण दर्ज किया है। सभी आराेपिताें काे आज गुरूवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। यह पूरी घटना अंबिकापुर में छात्रों की सुरक्षा और आपराधिक प्रवृत्तियों पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फरार आरोपिताें की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है और मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय