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पश्चिमी सिंहभूम, 18 दिसंबर (हि.स.)। जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम रांगामाटी से शिक्षा दिलाने के नाम पर नाबालिग बच्चों को नेपाल भेजकर बेचने के मामले में जिला प्रशासन और पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। विशेष छापेमारी दल ने नेपाल प्राधिकारियों के सहयोग से काठमांडु के भक्तपुर स्थित नामोबुद्धा मेडिटेशन और एजुकेशनल संस्थान से छह नाबालिग बच्चों को सुरक्षित रेस्क्यू कर भारत वापस लाया और उन्हें उनके परिजनों के सुपुर्द किया।
गुरुवार को प्रेस वार्ता के माध्यम से जानकारी देते हुए सदर थाना प्रभारी तरुण कुमार और मुफस्सिल थाना प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि 11 नवंबर 2025 को ग्राम रांगामाटी के ग्रामीण मुण्डा राम जोन्को और नारायण कांडेयांग की ओर से कथित रूप से षड्यंत्र रचकर गांव के कुल 11 नाबालिग बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाने का प्रलोभन देकर नेपाल (काठमांडु) भेजा गया था। बाद में इनमें से दो नाबालिग किसी तरह वहां से भाग निकलने में सफल रहे और अपने घर लौटकर पूरे मामले की जानकारी परिजनों को दी। इसके बाद गांव में हड़कंप मच गया।
घटना के संबंध में ग्राम रांगामाटी निवासी सालुका बोयपाई (32) ने 9 दिसंबर को अहतु थाना में लिखित आवेदन दिया। आवेदन में आरोप लगाया गया कि उनके नाबालिग पुत्र सहित गांव के 10 अन्य बच्चों को बहला-फुसलाकर नेपाल ले जाकर बेच दिया गया। इस आवेदन के आधार पर अहतु थाना में मुण्डा राम जोन्को और नारायण कांडेयांग के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक चाईबासा के निर्देश पर एक विशेष छापामारी और रेस्क्यू टीम का गठन किया गया। इस टीम का नेतृत्व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर चाईबासा बहामन टुटी ने किया। टीम में अंचल अधिकारी सदर चाईबासा उपेन्द्र कुमार, मुफ्फसिल थाना प्रभारी पुअनि विनोद कुमार, पुअनि मिथुन कुमार, पाण्ड्राशाली ओपी के पुअनि दशरथ जामुदा एवं चाइल्ड लाइन चाईबासा से मो इमरान शामिल थे।
गठित टीम ने नेपाल के संबंधित प्राधिकारियों से समन्वय स्थापित कर काठमांडु के भक्तपुर में स्थित नामोबुद्धा मेडिटेशन और एजुकेशनल संस्थान में रह रहे छह नाबालिग बच्चों को रेस्क्यू किया गया। इसके बाद सभी बच्चों को सुरक्षित भारत लाया गया, जहां आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उन्हें उनके परिजनों को सौंप दिया गया।
मामले में पुलिस प्रशासन ने कहा है कि इस मामले में संलिप्त अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है और शेष बच्चों की बरामदगी को लेकर भी जांच जारी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक