अंबिकापुर : सरगुजा में जीएसटी विभाग की बड़ी कार्रवाई, अंबिकापुर की इंजीनियरिंग यूनिट में 12 घंटे चली जांच
अंबिकापुर, 18 दिसंबर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में कर जांच को लेकर हलचल तेज हो गई है। सेंट्रल जीएसटी की टीम ने शहर के एमजी रोड स्थित नवीन इंजीनियरिंग परिसर में दबिश देकर विस्तृत जांच शुरू की है। कार्रवाई बुधवार को शुरू ह
अंबिकापुर की इंजीनियरिंग यूनूनिट 12 घंटे चली जांच


अंबिकापुर, 18 दिसंबर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में कर जांच को लेकर हलचल तेज हो गई है। सेंट्रल जीएसटी की टीम ने शहर के एमजी रोड स्थित नवीन इंजीनियरिंग परिसर में दबिश देकर विस्तृत जांच शुरू की है। कार्रवाई बुधवार को शुरू हुई थी, जो गुरुवार को भी लगातार जारी रही।

जानकारी के अनुसार, जीएसटी की विशेष टीम रायपुर से अंबिकापुर पहुंची थी। टीम ने संस्थान से जुड़े कागजात, बिलिंग सिस्टम, लेखा-बही और डिजिटल लेन-देन से संबंधित रिकॉर्ड को खंगालना शुरू किया है। जांच के दौरान कार्यालय परिसर में दस्तावेजों का मिलान और डेटा एनालिसिस किया जा रहा है।

सूत्रों के मुताबिक, जीएसटी विभाग को काफी समय से यह इनपुट मिल रहा था कि कंपनी द्वारा तैयार की जा रही मशीनों की वास्तविक उत्पादन लागत को कागजों में कम दर्शाया जा रहा है। आशंका जताई जा रही है कि इसी प्रक्रिया के जरिए कर देयता को घटाकर राजस्व की हानि की जा रही थी। इसी संभावित टैक्स चोरी को आधार बनाकर यह कार्रवाई की गई है।

नवीन इंजीनियरिंग को सरगुजा संभाग की प्रमुख हैवी मशीन निर्माण इकाइयों में गिना जाता है। यहां भारी औद्योगिक मशीनों के साथ-साथ कृषि कार्यों में उपयोग होने वाले उपकरणों का निर्माण किया जाता है। इसके अलावा यह प्रतिष्ठान सरकारी विभागों को मशीनरी की आपूर्ति भी करता है और इलेक्ट्रिक बाइक निर्माण से भी जुड़ा हुआ बताया जाता है।

छापेमारी के दौरान जब मीडिया ने अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया, तो जीएसटी अधिकारियों ने इसे एक नियमित कर जांच प्रक्रिया बताया। उनका कहना है कि फिलहाल टैक्स से जुड़े कुछ तकनीकी पहलुओं की पड़ताल की जा रही है और सभी दस्तावेजों का आपसी मिलान किया जा रहा है।

अधिकारियों के अनुसार, जांच पूरी होने और तथ्यों के सत्यापन के बाद ही किसी ठोस निष्कर्ष या कार्रवाई को लेकर आधिकारिक जानकारी साझा की जाएगी। फिलहाल, जीएसटी विभाग की टीम मौके पर डटी हुई है और जांच का दायरा आगे भी बढ़ सकता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय