अंबिकापुर : नेशनल हेराल्ड फैसले के बाद सियासी टकराव, कांग्रेस का भाजपा कार्यालय घेराव, जवाब में भाजपाइयों का प्रदर्शन
अंबिकापुर, 18 दिसंबर (हि.स.)। शहर में गुरुवार को राजनीतिक माहौल अचानक गर्मा गया, जब नेशनल हेराल्ड प्रकरण में विशेष अदालत के हालिया फैसले के बाद आज गुरूवार काे कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने आ गईं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय का घेराव किया
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोका


भाजपाइयों ने की भी नारेबाजी


अंबिकापुर, 18 दिसंबर (हि.स.)। शहर में गुरुवार को राजनीतिक माहौल अचानक गर्मा गया, जब नेशनल हेराल्ड प्रकरण में विशेष अदालत के हालिया फैसले के बाद आज गुरूवार काे कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने आ गईं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय का घेराव किया, जबकि जवाबी कार्रवाई में भाजपा कार्यकर्ताओं ने घड़ी चौक पर विरोध प्रदर्शन करते हुए पुतला दहन किया। दोनों पक्षों की गतिविधियों के चलते इलाके में कुछ देर के लिए तनाव की स्थिति बन गई।

कांग्रेस का आरोप: एजेंसियों का दुरुपयोग

नेशनल हेराल्ड मामले में दिल्ली की विशेष अदालत द्वारा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की चार्जशीट खारिज किए जाने के बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने इसे नैतिक और राजनीतिक जीत बताया। कांग्रेस का कहना है कि यह फैसला इस बात की पुष्टि करता है कि केंद्र सरकार ने राजनीतिक द्वेष के तहत जांच एजेंसियों का इस्तेमाल किया। इसी के विरोध में कांग्रेस नेतृत्व के आह्वान पर देशभर में भाजपा कार्यालयों के घेराव का कार्यक्रम तय किया गया था। इसी कड़ी में जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय से रैली निकाली गई, जो नारेबाजी करते हुए भाजपा कार्यालय की ओर बढ़ी।

बैरिकेडिंग, पुलिस से झूमाझटकी

कांग्रेस रैली को रोकने के लिए पुलिस ने पहले से बैरिकेडिंग कर रखी थी और वाटर कैनन के साथ बड़ी संख्या में बल तैनात किया गया था। जैसे ही प्रदर्शनकारी आगे बढ़े, पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, इस दौरान धक्का-मुक्की की स्थिति भी बनी। हालांकि पुलिस ने हालात को नियंत्रित करते हुए रैली को वहीं रोक दिया। प्रदर्शन के बाद कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपते हुए प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार से माफी व इस्तीफे की मांग की।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने आरोप लगाया कि, भाजपा और संघ परिवार लंबे समय से गांधी परिवार को बदनाम करने का षड्यंत्र रचते रहे हैं। उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड केस में अदालत का निर्णय यह साबित करता है कि प्रवर्तन निदेशालय का उपयोग केवल राजनीतिक दबाव बनाने के लिए किया गया। वहीं, नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष शफी अहमद खान ने कहा कि केंद्र सरकार विपक्ष की आवाज दबाने के लिए एजेंसियों का सहारा ले रही है, खासकर राहुल गांधी को निशाना बनाया जा रहा है।

भाजपा का पलटवार, पुतला दहन

कांग्रेस प्रदर्शन के बाद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी मोर्चा संभाल लिया। भाजपा जिला अध्यक्ष भारत सिंह सिसोदिया के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने घड़ी चौक पर सोनिया गांधी और राहुल गांधी का पुतला दहन किया। भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि जब भी कानून अपना काम करता है, कांग्रेस सड़कों पर उतरकर दबाव बनाने की कोशिश करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि एजेंसियों पर सवाल उठाना कांग्रेस की पुरानी रणनीति है और भाजपा कार्यालय का घेराव लोकतांत्रिक मर्यादाओं के खिलाफ है।

दोनों पक्षों की ताकत दिखी

दिनभर चले इन घटनाक्रमों में कांग्रेस और भाजपा—दोनों ओर से बड़ी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। नेशनल हेराल्ड फैसले के बाद शुरू हुआ यह राजनीतिक संग्राम आने वाले दिनों में और तेज होने के संकेत दे रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय