Enter your Email Address to subscribe to our newsletters

बलरामपुर, 18 दिसंबर (हि.स.)। जिले के वन क्षेत्रों में संरक्षण और पर्यावरण सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। इसी क्रम में कलेक्टर राजेंद्र कटारा और वनमंडलाधिकारी आलोक बाजपेई ने रामानुजगंज वन परिक्षेत्र अंतर्गत नारंगी क्षेत्र का मैदानी भ्रमण कर व्यवस्थाओं का प्रत्यक्ष जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान दोनों अधिकारियों ने वन संरक्षण की वर्तमान स्थिति, पर्यावरण सुरक्षा उपायों और क्षेत्र में हो रहे प्रबंधन कार्यों की जानकारी ली। कलेक्टर ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए कि वन संरक्षण से जुड़े कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और अवैध कटाई जैसी गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखी जाए।
कलेक्टर ने स्पष्ट कहा कि, वन संपदा का संरक्षण केवल विभागीय जिम्मेदारी नहीं, बल्कि सामूहिक दायित्व है। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने राजस्व विभाग और वन विभाग को आपसी समन्वय के साथ कार्य करते हुए वन क्षेत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
वनमंडलाधिकारी आलोक बाजपेई ने भ्रमण के दौरान क्षेत्र में संचालित वन प्रबंधन योजनाओं, पौधारोपण कार्यों, सुरक्षा इंतजामों और कर्मचारियों की तैनाती की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने वन्य जीव संरक्षण तथा मानव–वन्य जीव संघर्ष को रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों से भी कलेक्टर को अवगत कराया।
भ्रमण के दौरान अधिकारियों ने संबंधित अमले को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, ताकि संरक्षण कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी आनंद राम नेताम, तहसीलदार, रेंजर निखिल सक्सेना सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
प्रशासन की इस पहल को वन संरक्षण और पर्यावरण संतुलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय