नेशनल हेराल्ड फैसले के बाद बिलासपुर में सियासी उबाल, भाजपा कार्यालय के बाहर कांग्रेस का जोरदार विरोध
बिलासपुर, 18 दिसंबर (हि.स.)। नेशनल हेराल्ड प्रकरण में अदालत के ताजा फैसले के बाद देशभर में तेज हुई राजनीतिक हलचल का असर गुरुवार को बिलासपुर में भी देखने को मिला। दोपहर के समय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने करबला रोड स्थित भारतीय जनता
विराेध करते कांग्रेंसी


बिलासपुर, 18 दिसंबर (हि.स.)। नेशनल हेराल्ड प्रकरण में अदालत के ताजा फैसले के बाद देशभर में तेज हुई राजनीतिक हलचल का असर गुरुवार को बिलासपुर में भी देखने को मिला। दोपहर के समय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने करबला रोड स्थित भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय का घेराव करने का प्रयास किया। हालांकि पुलिस ने पहले से की गई बैरिकेडिंग के जरिए प्रदर्शनकारियों को रोक दिया, जिसके बाद मौके पर धरना और नारेबाजी शुरू हो गई।

प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए सड़क पर बैठ गए। उनके हाथों में ‘सत्यमेव जयते’ लिखी तख्तियां और सोनिया गांधी व राहुल गांधी के पोस्टर नजर आए। माहौल को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच हल्की धक्का-मुक्की भी हुई, लेकिन स्थिति नियंत्रण में रही।

कांग्रेस का आरोप: एजेंसियों से राजनीतिक बदले की कार्रवाई

जिला कांग्रेस कमेटी (ग्रामीण) के अध्यक्ष महेंद्र गंगोत्री और शहर कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धांशु मिश्रा ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार राजनीतिक द्वेष के तहत केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय द्वारा नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेताओं को बार-बार पूछताछ के नाम पर परेशान किया गया।

कांग्रेस नेताओं का दावा है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी से इस केस में लगभग 50 घंटे तक पूछताछ की जा चुकी है, जबकि अदालत के हालिया फैसले ने यह स्पष्ट कर दिया है कि मामला निराधार था। उन्होंने कहा कि न्यायालय द्वारा ईडी की चार्जशीट खारिज किया जाना इस बात का प्रमाण है कि विपक्ष को दबाने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।

प्रांतव्यापी आह्वान का हिस्सा था प्रदर्शन

कांग्रेस नेताओं ने बताया कि यह विरोध प्रदर्शन प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर किया गया, जिसके तहत पूरे राज्य में भाजपा कार्यालयों के सामने विरोध दर्ज कराया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार से राजनीतिक प्रतिशोध की राजनीति बंद करने और लोकतांत्रिक संस्थाओं की गरिमा बनाए रखने की मांग की।

नेशनल हेराल्ड केस को लेकर शुरू हुआ यह सियासी संघर्ष फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा है और आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर राजनीति और तेज होने के संकेत मिल रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय