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औरैया, 18 दिसंबर (हि.स.)। खेलकूद व्यक्ति को मानसिक रूप से सुदृढ़ बनाने के साथ-साथ शारीरिक स्वास्थ्य और अनुशासन विकसित करने में अहम भूमिका निभाता है। विद्यालयों में शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन इसलिए किया जाता है, ताकि विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास हो सके। यह विचार गुरुवार को जिलाधिकारी डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने श्री सुंदर सिंह इंटर कॉलेज, रामगढ़ में आयोजित दो दिवसीय 28वीं जनपदीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर व्यक्त किए।
जिलाधिकारी ने कहा कि खेल प्रतियोगिताएं विद्यार्थियों को न केवल शारीरिक रूप से मजबूत बनाती हैं, बल्कि उनमें अनुशासन, टीम भावना और सकारात्मक प्रतिस्पर्धा की भावना भी विकसित करती हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी प्रतियोगिता में एक प्रतिभागी प्रथम स्थान प्राप्त करता है, जबकि अन्य पीछे रहते हैं। इसका यह अर्थ नहीं कि शेष प्रतिभागी कम योग्य हैं। सभी प्रतिभागी योग्य होते हैं और प्रतिस्पर्धा उन्हें स्वयं को बेहतर बनाने का अवसर प्रदान करती है। कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत की गई विभिन्न योग मुद्राओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि योग से न केवल शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य, एकाग्रता और आत्मसंयम भी बढ़ता है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है। यह जीवन में सफलता की कुंजी है। इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजीव कुमार, विद्यालय के प्रधानाचार्य, विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएं एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम को लेकर विद्यार्थियों में विशेष उत्साह देखने को मिला।
हिन्दुस्थान समाचार / सुनील कुमार