सरकारी अधिकारी गिरफ्तार
इटानगर, 18 दिसंबर(हि.स)। अरुणाचल प्रदेश भ्रष्टाचार-विरोधी ब्यूरो (एसीबी) ने ईस्ट कामेंग जिले के लाडा-सरली फ्रंटियर हाईवे परियोजना से संबंधित मुआवजे की धनराशि के कथित दुरुपयोग के संबंध में एक सरकारी अधिकारी को गिरफ्तार किया है। एसीबी के अधिकारियों न
सरकारी अधिकारी गिरफ्तार


इटानगर, 18 दिसंबर(हि.स)। अरुणाचल प्रदेश भ्रष्टाचार-विरोधी ब्यूरो (एसीबी) ने ईस्ट कामेंग जिले के लाडा-सरली फ्रंटियर हाईवे परियोजना से संबंधित मुआवजे की धनराशि के कथित दुरुपयोग के संबंध में एक सरकारी अधिकारी को गिरफ्तार किया है। एसीबी के अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

एसीबी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह मामला ईस्ट कामेंग इकाई के ऑल न्याशी यूथ एसोसिएशन (एएनवाईए) के सदस्यों द्वारा संयुक्त रूप से प्रस्तुत शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था।

दस्तावेजों की विस्तृत जांच, संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ और तकनीकी विश्लेषण के बाद, एसीबी ने जिला भूमि राजस्व और बंदोबस्त अधिकारी (डीएलआरएसओ) ताकम केचक (45) को गिरफ्तार किया।

केचक क्रा दाडी जिले के पालिन के अंतर्गत तस्सर गांव के निवासी है। यह मामला अरुणाचल प्रदेश की एक रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सड़क परियोजना, लाडा-सरली फ्रंटियर हाईवे परियोजना के तहत भूमि अधिग्रहण और संबंधित भुगतानों के लिए आवंटित मुआवजे की धनराशि के कथित दुरुपयोग से संबंधित है।

एसीबी के अधिकारियों ने कहा कि मुआवजे की राशि से संबंधित जांच जारी है और मामले के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।अरुणाचल प्रदेश सरकार ने लाडा-सरली खंड के लिए भूमि मुआवजे के भुगतान में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं की जांच के बाद केचक और तीन अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया था और आईएएस अधिकारी हिमांशु निगम (ईस्ट कामेंग के उप आयुक्त) के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी।

यह विवाद केंद्र की अरुणाचल फ्रंटियर हाईवे योजना के तहत रणनीतिक परियोजनाओं में से एक, फ्रंटियर हाईवे के 125.55 किलोमीटर लंबे लाडा-सरली खंड से जुड़ा है।

प्रभावित परिवारों की दर्जनों शिकायतों में आरोप लगाया गया है कि जिला प्रशासन ने जमीनी सर्वेक्षण नहीं किया, उचित सार्वजनिक सूचनाएं जारी नहीं कीं और वास्तविक भूस्वामियों को नजरअंदाज करते हुए अपात्र व्यक्तियों को अनुपातहीन भुगतान जारी किया।

फ्रंटियर हाईवे, भारत-चीन सीमा के साथ 1,748 किलोमीटर लंबी रणनीतिक सड़क है, जो अरुणाचल प्रदेश के दूरस्थ सीमावर्ती क्षेत्रों में कनेक्टिविटी में सुधार लाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण अवसंरचना परियोजना है।

हिन्दुस्थान समाचार / तागू निन्गी