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बरेली, 16 दिसम्बर (हि.स.) । ओसवाल शुगर मिल से गन्ना भुगतान नहीं मिलने से नवाबगंज तहसील में किसानों का आक्रोश मंगलवार को उग्र रूप धारण कर गया। दो साल से अटके करीब 70 करोड़ रुपये के गन्ना भुगतान को लेकर सैकड़ों किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में गन्ना भरकर तहसील पहुंचे और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। किसानों ने गन्ना मंत्री का पुतला फूंककर अपना गुस्सा जाहिर किया।
पैनी नजर सामाजिक संस्था की अध्यक्ष एडवोकेट सुनीता गंगवार के नेतृत्व में आठ दिनों से तहसील परिसर में धरने पर बैठे किसानों का सब्र मंगलवार को जवाब दे गया। किसान लगातार “भुगतान दो, नहीं तो आंदोलन लो” और “किसान का पैसा वापस करो” जैसे नारे लगाते रहे। धरने के दौरान माहौल इतना तनावपूर्ण हो गया कि तहसील में मौजूद अधिकारी अपने कार्यालय छोड़कर बाहर निकल गए। किसान नेताओं पर नाराजगी जाहिर करते हुए बोले कि चुनाव में याद आते हैं, संकट में नहीं।
एडवोकेट सुनीता गंगवार ने चेताया कि यदि जल्द भुगतान नहीं हुआ तो आंदोलन सिर्फ तहसील तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि सड़कों पर और तेज होगा। किसानों का यह उग्र प्रदर्शन प्रशासन और सरकार के लिए चेतावनी बन गया है। वहीं ओसवाल ओवरसीज लिमिटेड से बकाया भुगतान जल्द करने की मांग जोर पकड़ रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / देश दीपक गंगवार