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जयपुर, 16 दिसंबर (हि.स.)। राजस्थान में मतदाता सूची के लिए विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया पूरी होने के बाद निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को मतदाताओं की पहली ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी कर दी। आयोग के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में कुल 41 लाख 85 हजार से अधिक मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए हैं। ड्राफ्ट सूची के साथ एब्सेंट, शिफ्टेड, डेड और ऑलरेडी एनरोल्ड मतदाताओं की अलग-अलग सूचियां भी जारी की गई हैं, जिन्हें निर्वाचन विभाग की वेबसाइट पर देखा जा सकता है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि ईसीआई द्वारा कराए गए विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत यह ड्राफ्ट रोल प्रकाशित किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए हैं, उन्हें अलग से कोई नोटिस जारी नहीं किया जाएगा। यदि किसी मतदाता को आपत्ति है तो वह आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत कर दावा दाखिल कर सकता है। हटाए गए नामों में स्थायी रूप से स्थानांतरित हो चुके मतदाता, दिवंगत मतदाता, अनुपस्थित पाए गए मतदाता और डुप्लीकेट नाम शामिल हैं।
महाजन के अनुसार, एसआईआर के दौरान लगभग 11 लाख ऐसे मतदाता पाए गए हैं, जिनकी मैपिंग नहीं हो पाई। ऐसे मतदाताओं को नोटिस जारी किए जाएंगे और उन्हें दस्तावेज प्रस्तुत कर मतदाता सूची में नाम जुड़वाने का अवसर मिलेगा। उन्होंने बताया कि सभी मतदाताओं और राजनीतिक दलों की सहभागिता से 16 दिसंबर 2025 तक कुल 5,46,56,215 मतदाताओं में से 5,04,71,396 मतदाताओं ने अपने गणना प्रपत्र जमा करवाए, जो व्यापक भागीदारी को दर्शाता है।
निर्वाचन आयोग के अनुसार राजस्थान की 199 विधानसभा क्षेत्रों (अंता विधानसभा क्षेत्र को छोड़कर) में पुनरीक्षण प्रक्रिया के दौरान कुल 41.85 लाख नाम हटाए गए। इनमें 24.80 लाख मतदाता ऐसे हैं जो स्थायी रूप से अन्य स्थानों पर स्थानांतरित हो चुके हैं। इसके अलावा 4.57 लाख मतदाता अनुपस्थित पाए गए, 8.75 लाख मतदाताओं की मृत्यु हो चुकी है और 3.44 लाख नाम डुप्लीकेट पाए गए हैं। अन्य कारणों, जैसे गुमशुदगी आदि के तहत 27 हजार नाम सूची से हटाए गए हैं। इन सभी का विवरण एएसडी (अनुपस्थित, स्थानांतरित, दिवंगत) सूची के रूप में वेबसाइट पर उपलब्ध है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जिन लगभग 11 लाख मतदाताओं की मैपिंग नहीं हो पाई है, उन्हें 15 जनवरी तक नोटिस जारी किए जाएंगे। इसके बाद वे दस्तावेज प्रस्तुत कर मतदाता सूची में नाम जुड़वा सकेंगे। वहीं, जिन मतदाताओं के नाम सूची में नहीं हैं, उन्हें फॉर्म-6 के साथ एक घोषणा पत्र देना होगा। मतदाता बूथ लेवल ऑफिसर के माध्यम से ऑफलाइन भी अपना नाम जांच सकते हैं। ड्राफ्ट सूची राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंटों को भी उपलब्ध करवाई गई है।
निर्वाचन आयोग के अनुसार प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 5,48,84,479 है। अब तक 5,05,90,361 गणना प्रपत्र प्राप्त हो चुके हैं। पुनरीक्षण के दौरान स्थानांतरित, अनुपस्थित और अन्य श्रेणी में 29.6 लाख, दिवंगत 8.75 लाख और एक से अधिक स्थानों पर पंजीकृत 3.44 लाख मतदाताओं की पहचान की गई है। आयोग ने बताया कि दावे एवं आपत्तियों की अवधि 17 दिसंबर से 15 जनवरी 2026 तक रहेगी। इसके बाद 15 फरवरी 2026 को अंतिम मतदाता सूची जारी की जाएगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश