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कानपुर, 14 दिसंबर (हि. स.)। उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में किदवई नगर स्थित सेंट थॉमस चर्च में तीसरा एडवेंट संडे (प्रभु के आगमन का रविवार) बड़े ही उत्साह और धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर बतौर मुख्य उपदेशक के रूप में वाराणसी धर्मप्रांत के फादर रिचर्ड मोंतेरो उपस्थित हुए। यह जानकारी रविवार को सेंट थॉमस चर्च के रेवरेंट थॉमस कुमार ने दी।
सेंट थॉमस चर्च के रेवरेंट थॉमस कुमार ने बताया कि मुख्य उपदेशक ने गुलाबी मोमबत्ती जलाकर सभा का शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि एडवेंट संडे (आगमन काल) में तीसरे रविवार को तीन बैंगनी मोमबत्तियों के बीच एक गुलाबी मोमबत्ती जलाई जाती है, जो चरवाहों के लिए शुभ समाचार और प्रभु के आगमन की खुशी को दर्शाती है। उत्सव का माहौल सभी कलीसियाओं के परिवारों के घरों में होती है। इसके साथ ही चर्च में विशेष आराधना का माहौल बना रहता है।
मुख्य उपदेशक फादर रिचर्ड मोंतेरो ने कहा कि गुलाबी मोमबत्ती जलाई गई, जो कि प्रभु यीशु के आगमन की खुशी और आशा का प्रतीक है। साथ ही हम सबने मिलकर विशेष प्रार्थनायें भी की। उन्होंने कहा कि पश्चाताप करने के बारे में पापों से दूर रहने के बारे में पूरी कलीसिया को प्रभु यीशु के पैदा होने से पहले आप अपने दिलों को साफ कर लें। समाज में लोगों की सेवा का संकल्प लें। पापों से दूर रहें, लोगों को माफ करना सीख लें। जिससे क्रिसमस की तैयारियों का माहौल आपस में बहुत सुंदर सा रहे और प्रभु यीशु के आगमन की खुशी सुंदर तरीके से मनाये।
रेवरेंट फादर राजेश साइमन ने कहा कि क्रिसमस से पहले का रविवार, जिसे आगमन (एडवेंट) काल का तीसरा रविवार कहते हैं, मसीह के आने की तैयारी, आत्म-चिंतन, और पश्चाताप (रिपेन्टेन्स) के लिए एक महत्वपूर्ण समय है। जहां ईसाई अपने दिलों को शुद्ध करते हैं और परमेश्वर के सामने अपने पापों को स्वीकार (कॉन्फेशन) करते हैं, ताकि प्रभु यीशु के आगमन के लिए तैयार हो सकें।
इस मौके पर सिस्टर पुष्पा, सिस्टर सीजी,मरियम मैकार्टिस, लेंसी डिसूजा, वेरोनिका डिसूजा, मनोज मैकार्टिस, संजय लाल, आदि लोग मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / मो0 महमूद