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बांदा, 14 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के जनपद बांदा स्थित सिमौनी धाम में मौनी बाबा के राष्ट्रीय स्तर के मेले को लेकर श्रद्धालुओं का रेला पहुंचना शुरू हो गया है। मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 15 दिसंबर से 17 दिसंबर तक तीन दिन लगातार विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसके लिए कड़ाहियां चढ़ चुकी हैं और प्रसाद निर्माण का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। करीब दो हजार से अधिक श्रमदानी कारसेवक व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं।
मेले की तैयारियां कई माह पहले से ही शुरू कर दी गई थीं। गैर जनपदों और गैर प्रांतों से हजारों श्रद्धालु एक सप्ताह पहले ही सिमौनी धाम पहुंचकर सेवा कार्यों में जुट गए हैं। दिल्ली, आगरा, राजस्थान सहित अन्य राज्यों से आए कारीगर लगातार तीन दिनों तक वितरित किए जाने वाले मालपुआ, जलेबी, पूड़ी-सब्जी की तैयारी में लगे हैं। अनुमान है कि दस लाख से अधिक श्रद्धालु भंडारे में प्रसाद ग्रहण करेंगे, जिसके लिए सब्जियों की कटाई, आलू धुलाई और पूड़ी के लिए एक दर्जन से अधिक कड़ाहियां देर रात तक चढ़ाई जा रही हैं।
भंडारे की व्यवस्था के तहत 11 पंडालों में पहले साधु-संतों को प्रसाद ग्रहण कराया जाएगा, इसके बाद आम श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया जाएगा। दिल्ली, हरियाणा, उज्जैन, आगरा सहित आसपास के क्षेत्रों से आए भक्तों ने डेरा डाल लिया है। साधु-संतों ने मधुबन में प्रवास शुरू कर दिया है और पूरे क्षेत्र में चिंमटों की गूंज सुनाई देने लगी है।
मेले के दौरान रंगमंचीय कार्यक्रमों का भी भव्य आयोजन किया गया है। तीन दिनों तक भगवान श्रीकृष्ण की लीला, रामलीला सहित अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक नाटकों का मंचन होगा। इसके लिए देशभर से एक सौ से अधिक कलाकार सिमौनी धाम पहुंच चुके हैं।
आयोजकों के अनुसार कार्यक्रम प्रतिदिन सुबह से ही प्रारंभ होंगे। मेले में आने-जाने वाले हर श्रद्धालु को प्रसाद चखाया जाएगा। सिमौनी धाम में स्थित पवनसुत हनुमान और भगवान शंकर की विशाल प्रतिमाएं श्रद्धालुओं के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बनी हुई हैं।
इसी क्रम में मौनी बाबा हस्तशिल्प महोत्सव का शुभारंभ नायब तहसीलदार मनोहर सिंह ने फीता काटकर किया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के कार्यालय विकास आयुक्त हस्तशिल्प द्वारा प्रायोजित, नेहरू युवा मंडल बेवर एवं तरुण ग्राम्य विकास समिति द्वारा आयोजित इस हस्तशिल्प प्रदर्शनी से ग्रामीण शिल्पकारों में जागरूकता बढ़ेगी और उन्हें अपने उत्पादों की बिक्री के लिए देश के विभिन्न क्षेत्रों तक पहुंचने का अवसर मिलेगा। इससे ग्रामीण इलाकों में रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।
राष्ट्रीय जूट बोर्ड द्वारा 16 स्टाल लगाए गए हैं, जिनमें हरियाणा, दिल्ली सहित दूरदराज के क्षेत्रों से आए जूट कारीगरों ने अपने उत्पाद प्रदर्शित किए हैं। यह जानकारी बोर्ड के सहायक निदेशक मनोज थर्रानी ने दी। इसके अतिरिक्त भारत सरकार द्वारा प्रायोजित मौनी बाबा हस्तशिल्प महोत्सव में 13 दुकानें, तरुण ग्राम्य विकास समिति की 25 दुकानें लगाई गई हैं। उद्घाटन अवसर पर अनिरुद्ध प्रकाश, कामता सिंह, रोशनी मिश्रा, इरशाद, अनुज सिन्हा सहित अनेक शिल्पी मौजूद रहे।
मेले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक ने पुलिस प्रशासन के साथ बैठक कर समय से तैनाती और सतर्क निगरानी के निर्देश दिए हैं। मेला परिसर में किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है। सुरक्षा के लिए बांदा, चित्रकूट, महोबा और हमीरपुर जनपदों का संयुक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। इसमें 9 पुलिस क्षेत्राधिकारी, 9 प्रभारी निरीक्षक, 34 उपनिरीक्षक, 90 महिला उपनिरीक्षक, 436 हेड कांस्टेबल, 92 महिला कांस्टेबल, 2 ट्रैफिक उपनिरीक्षक, 29 ट्रैफिक कांस्टेबल सहित एलआईयू के कर्मचारी शामिल हैं। मेले की निगरानी 88 सीसीटीवी कैमरों से की जा रही है। मेला व भंडारे के प्रभारी उप जिलाधिकारी नमन मेहता का कैंप भी मौके पर स्थापित कर दिया गया है।
बिजली-पानी सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली गई हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सिमौनी धाम मेला इस वर्ष भी आस्था, सेवा और संस्कृति का भव्य संगम बनता नजर आ रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल सिंह