एसएमवीडीयू संकाय ने प्राचीन राजधानी परिहस्पोरा के व्यापक पुनर्निर्माण के लिए जेकेएसटी और आईसी अनुदान सुरक्षित किया
कटरा, 14 दिसंबर (हि.स.)। एसएमवीडीयू संकाय ने प्राचीन राजधानी परिहस्पोरा के व्यापक पुनर्निर्माण के लिए जेकेएसटी और आईसी अनुदान सुरक्षित किया। श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय (एसएमवीडीयू) ने एआर के रूप में अपनी अनुसंधान उपलब्धियों में एक और मील
एसएमवीडीयू संकाय ने प्राचीन राजधानी परिहस्पोरा के व्यापक पुनर्निर्माण के लिए जेकेएसटी और आईसी अनुदान सुरक्षित किया


कटरा, 14 दिसंबर (हि.स.)।

एसएमवीडीयू संकाय ने प्राचीन राजधानी परिहस्पोरा के व्यापक पुनर्निर्माण के लिए जेकेएसटी और आईसी अनुदान सुरक्षित किया। श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय (एसएमवीडीयू) ने एआर के रूप में अपनी अनुसंधान उपलब्धियों में एक और मील का पत्थर जोड़ा है।

स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर एंड लैंडस्केप डिजाइन के सहायक प्रोफेसर विनोद कुमार को जम्मू और कश्मीर विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार परिषद (जेकेएसटी और आईसी), विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, जम्मू और कश्मीर के प्रायोजित अनुसंधान और विस्तार कार्यक्रम 2025-26 के तहत अनुसंधान अनुदान से सम्मानित किया गया है।

स्वीकृत परियोजना खंडहरों से वास्तविकता तक परिहस्पोरा वास्तुकला और सांस्कृतिक विरासत का एक भू-स्थानिक और व्यापक पुनर्निर्माण को रुपये की वित्तीय सहायता प्राप्त हुई है। 9.00 लाख. परिहस्पोरा जिसे ऐतिहासिक रूप से हंसी का शहर के रूप में जाना जाता है। 8वीं शताब्दी ईस्वी में राजा ललितादित्य के अधीन कश्मीर की प्राचीन राजधानी के रूप में कार्य करता था। हिंदू और बौद्ध परंपराओं के संश्लेषण के लिए प्रसिद् इस शहर में कभी स्तूप, मठ और शाही परिसर जैसी उल्लेखनीय वास्तुकला संरचनाएं हुआ करती थीं।

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हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता