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लोहगरा में सम्पन्न, श्रद्धा और संगठित शक्ति का दिखा विराट स्वरूप
प्रयागराज, 14 दिसंबर (हि.स.)। दुनिया को सुख शान्ति का संदेश देकर सुरक्षा प्रदान करने के लिए एकमात्र धर्म सनातन धर्म वसुधैव कुटुंबकम् का उद्घोष करता है। यह बात प्रयागराज के रणजीत पण्डित इण्टर कालेज लोहगरा में आयोजित हिन्दू समागम महा सम्मेलन को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र प्रचारक अनिल ने कही।
उन्होंने कहा कि मुगलिया सल्तनत को चुनौती देने वाले गुरु तेगबहादुर की बलिदान की 350वी जयंती, आजादी के महा नायक बिरसा मुंडा के बलिदान का 150वा वर्ष यह शताब्दी वर्ष है। दुनिया को सुख शान्ति का संदेश देकर सुरक्षा प्रदान करने के लिए एकमात्र धर्म सनातन धर्म वसुधैव कुटुंबकम का उद्घोष करता है। इसलिए दुनिया को सुरक्षित रखने के लिए हिंदुओं को संगठित करना है। हर धार्मिक आयोजन के बाद धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, विश्व का कल्याण हो का भाव मात्र सनातन और हिन्दू धर्म में ही है।
उन्होंने आगे कहा कि तमाम दुनिया के देशों की संस्कृति नष्ट हो गई। किन्तु भारतवर्ष में हजारों संघर्षों के बाद भी अपना अस्तित्व और संस्कृति धर्म के सहारे बचा रहा। उसको तोड़ने के लिए विधर्मियों द्वारा खड़यंत्र कर तमाम आंदोलन कर जातियों में बांट कर तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। जिन महापुरुषों ने अपना सम्पूर्ण जीवन देश, समाज को एक करने का काम में समर्पित किया, आज उन्हीं के नाम पर उनके वक्तव्यों को तोड़ मरोड़ कर दिखाते हुए समाज को बांटने का प्रयास किया जा रहा है। उनके उपदेश सम्पूर्ण समाज और राष्ट्र के लिए थे। अपने जाति के बन्धन से मुक्त हो कर विभेद पैदा करने वाले विधर्मियों से डट कर सामना करना पड़ेगा। तभी हम हिन्दू समाज और संस्कार की सुरक्षा कर सकते हैं। छात्राओं को नकली कलावा, लॉकेट पहन कर लव जेहाद में फंसाने वालों से बच्चों को बचाने का काम करना पड़ेगा। छद्म वेश धारण कर हिंदुओं का धर्म परिवर्तन करा कर ईसाई बनाया जा रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / रामबहादुर पाल