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दलहनी और तिलहनी फसलें हो सकती हैं प्रभावित
हमीरपुर 14 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में बिन बरसात के शुरू हुआ घना कोहरा दलहनी एवं तिलहनी फसलों के लिए घातक साबित हो सकता है। प्रकृति का यह रूप देखकर किसान व्याकुल हो उठा है। किसानों का मानना है कि जब जब ऐसा हुआ है, नुकसान के अलावा फायदा नहीं कभी नहीं हुआ है।
शनिवार को रात से ही कोहरे की आमद शुरू हो गई थी। रविवार को तड़के से सुबह 11 बजे तक घना कोहरा छाया रहा। किसानों के अनुसार यह फसलों की सेहत के लिए अच्छा नहीं है। बरसात के बाद अगर कोहरा पड़ता है, तो फसलों के लिए मुफीद साबित होता है। बगैर बरसात के कोहरा रबी में बोई गई मटर,मसूर,चना,सरसों अलसी,धनिया के लिए घातक साबित हो सकता है। प्रगतिशील कृषक रामसनेही साहू, दुलीचंद विश्वकर्मा, मान सिंह भदोरिया, राजकुमार द्विवेदी, रामकिशोर सिंह आदि का मानना है कि बगैर बरसात पड़ने वाले कोहरे ने हमेशा फसलों को क्षति पहुंचाई है। कीट पतंग की संख्या में इजाफा किया है। कीट पतंग फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। कृषि रक्षा इकाई सुमेरपुर के तकनीकी सहायक अजित शुक्ला का मानना है कि कोहरा से मटर,मसूर,चना, सरसों की फसलों में नुकसान पहुंच सकता है। बारिश के साथ पड़ने वाला कोहरा फसलों के लिए बेहतर साबित होता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज मिश्रा