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गुवाहाटी, 14 दिसंबर (हि.स.)। असम प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस द्वारा लगाए जा रहे वोट चोरी के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि यह पार्टी की हार को छिपाने की पुरानी रणनीति है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ब्रोजन महंत ने रविवार को जारी एक बयान में कहा कि जब भी कांग्रेस को चुनाव में हार का अंदेशा होता है या हार का सामना करना पड़ता है, वह जनता को गुमराह करने के लिए वोट चोरी का मुद्दा उठाने लगती है।
महंत ने कहा कि जिन राज्यों में कांग्रेस चुनाव जीतती है, वहां वह कभी भी वोट चोरी जैसे आरोप नहीं लगाती। उन्होंने हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक का उदाहरण देते हुए कहा कि इन राज्यों में जीत के बाद कांग्रेस ने किसी प्रकार की अनियमितता का सवाल नहीं उठाया। लेकिन विधानसभा और लोकसभा चुनावों में लगातार पराजय, विशेष रूप से बिहार में करारी हार के बाद, कांग्रेस ने एक बार फिर वोट चोरी का नैरेटिव फैलाना शुरू कर दिया है।
भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस अब तक लगभग 95 चुनावों में पराजित हो चुकी है। इसके बावजूद पार्टी आत्ममंथन करने के बजाय गांधी परिवार के इर्द-गिर्द सिमटी हुई राजनीति करती रही है, जिसे देश की जनता भली-भांति समझ चुकी है।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की यह आदत बन चुकी है कि चुनाव हारते ही वह लोकतांत्रिक संस्थाओं पर सवाल उठाने लगती है। महंत ने आरोप लगाया कि सरदार वल्लभभाई पटेल को किनारे कर जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री बने, इंदिरा गांधी ने पद से हटाए जाने के बाद आपातकाल लगाया और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले के बावजूद चुनाव लड़ा, जबकि राजीव गांधी को भी परिस्थितियों के तहत प्रधानमंत्री पद तक पहुंचाया गया।
बयान में महंत ने कहा कि राहुल गांधी बार-बार प्रयासों के बावजूद चुनावी सफलता हासिल नहीं कर पाए हैं और इसी कुंठा के कारण वह लगातार वोट चोरी जैसे आरोप लगाते रहते हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश