श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण की वर्षगांठ पर समस्त देव विग्रहों का विशेष श्रृंगार, गूंज रहे वेदमंत्र
—देर शाम तक विविध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक कार्यक्रम वाराणसी, 14 दिसंबर (हि.स.)। श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण की चौथी वर्षगांठ पर रविवार की अलसुबह मंगलाआरती के बाद से वेद मंत्रों की गूंज के बीच धार्मिक अनुष्ठान की शुरूआत हुई। मंदिर परिसर में
धाम में भगवान गणेश और सांस्कृतिक कार्यक्रम


धाम में भगवान गणेश और सांस्कृतिक कार्यक्रम


—देर शाम तक विविध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक कार्यक्रम

वाराणसी, 14 दिसंबर (हि.स.)। श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण की चौथी वर्षगांठ पर रविवार की अलसुबह मंगलाआरती के बाद से वेद मंत्रों की गूंज के बीच धार्मिक अनुष्ठान की शुरूआत हुई। मंदिर परिसर में विराजमान समस्त देव विग्रहों का विशेष श्रृंगार एवं पूजन विधिपूर्वक संपन्न हुआ।

इस अवसर पर भगवान बद्रीनारायण,लक्ष्मी नारायण,माता अन्नपूर्णा, माता पार्वती तथा श्री हनुमान जी की विधिवत आराधना की गई। मंदिर न्यास के अनुसार इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने भी बड़ी संख्या में उपस्थित होकर दर्शन-पूजन का पुण्य लाभ प्राप्त किया और काशी विश्वनाथ धाम के नवनीकरण की चतुर्थ वर्षगांठ पर आस्था एवं उत्साह के साथ सहभागिता निभाई।

श्री काशी विश्वनाथ धाम के डिप्टी कलेक्टर शंभु शरण ने बताया कि यह आयोजन सनातन परंपरा, सांस्कृतिक चेतना और आध्यात्मिक ऊर्जा को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। धाम में शनिवार सुबह से ही विविध धार्मिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियां आरंभ हो गई। पूर्वाह्न 11 बजे श्री काशी विश्वनाथ धाम के डिप्टी कलेक्टर शंभु शरण ने भगवान विश्वेश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन किया। जिसमें वैदिक विधि से मंत्रोच्चार के साथ भगवान विश्वनाथ की आराधना संपन्न हुई। पूजन कार्यक्रम के माध्यम से धाम के नविनीकरण कार्य की सफलता, श्रद्धालुओं की सुविधा तथा काशी की आध्यात्मिक परंपरा के संरक्षण के लिए बाबा से मंगल कामना की गई। इसके बाद मध्यान 1:30 बजे मंदिर के शंकराचार्य चौक में जयादि मंत्र एवं अप्रतिरथ मंत्र द्वारा विशेष हवन-पूजन संपन्न कराया गया। यह हवन-पूजन 11 वैदिक शास्त्रियों के सान्निध्य में विधिवत वैदिक रीति से संपन्न हुआ। हवन-पूजन के उपरांत 3 बजे मंदिर परिसर में चतुर्वेद पारायण का आयोजन भी विधि-विधानपूर्वक संपन्न हुआ।

—शिवार्चनम् मंच पर भजनों की बही गंगा

सायंकाल बेला में सांस्कृतिक मंच—शिवार्चनम् में शहर और प्रदेश के कलाकारों की प्रस्तुतियों ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की शुरूआत वंदे मातरम की प्रस्तुति के साथ हुई। द्वितीय प्रस्तुति बांसुरी वादन में राजेश कुमार गौतम एवं उनके साथी कलाकारों ने प्रस्तुति दी। तृतीय प्रस्तुति भजन गायन में शनि मिश्र एवं उनके सह कलाकारों की रही। चतुर्थ प्रस्तुति सरोद वादन में अंशुमान एवं उनके सह कलाकारों की रही। पंचम प्रस्तुति भजन गायन में अंशिका सिंह एवं उनके सह कलाकारों ने भक्तिमय वातावरण प्रस्तुत किया। वर्षगांठ पर धाम को भव्य रूप से सजाया गया है। परिसर में प्रकाश अलंकरण,पुष्प सज्जा तथा श्रद्धालुओं की सुगमता के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी