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सारण, 13 दिसंबर (हि.स.)। साइबर थाना पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए गरीब और ग्रामीण महिलाओं को निशाना बनाकर उनके बैंक खातों से अवैध निकासी करने वाले एक शातिर साइबर ठगी रैकेट का भंडाफोड़ किया है।
पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान के आधार पर कार्रवाई करते हुए दो मुख्य अभियुक्तों अंकित कुमार प्रसाद और चंदन कुमार दुबे को गिरफ्तार किया है। ये अपराधी सरकारी योजनाओं जैसे जीविका या प्रधानमंत्री आवास योजना के पैसे निकालने आई ग्रामीण महिलाओं की मजबूरी का फायदा उठाते थे।
चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी चालाकी से महिलाओं के फिंगरप्रिंट का क्लोन बनाकर बाद में चोरी-छिपे उनके बैंक खातों से पैसे निकाल लेते थे। इस रैकेट का खुलासा तब हुआ जब 12 दिसंबर को पीड़ित सुरेन्द्र भारती ने शिकायत दर्ज कराई कि आधार-मोबाइल लिंक कराने के बहाने उनके बायोमेट्रिक निशान लेकर खाते से तीस हजार की अवैध निकासी कर ली गई।
डीएसपी संतोष कुमार पासवान के नेतृत्व में पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को छपरा से और दूसरे को गया जिला से गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों के पास से ठगी में इस्तेमाल किए जा रहे दो लैपटॉप, तीन मोबाइल फोन और एक हार्ड डिस्क बरामद की है।
साइबर थाना छपरा ने आम जनता और ग्रामीण महिलाओं से अपील की है कि पैसे निकालने या आधार संबंधी कार्यों के लिए केवल अधिकृत बैंक या विश्वसनीय केंद्रों का ही उपयोग करें। अपनी बायोमेट्रिक जानकारी किसी भी हाल में अनजान या गैर-भरोसेमंद व्यक्ति को न दें। किसी भी प्रकार की ठगी होने पर राष्ट्रीय हेल्पलाइन 1930 पर तुरंत शिकायत दर्ज कराएं। पुलिस अब इस रैकेट के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय कुमार