Enter your Email Address to subscribe to our newsletters

बांकुड़ा, 13 दिसंबर (हि.स.)। बांकुड़ा के बांकादह इलाके में खेती के काम के लिए खेत में गए किसान की शुक्रवार देर रात हाथी के हमले में मौत हो गई। घटना से पूरे इलाके में शोक की लहर है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार मृतक का नाम रामपद हेमब्रम है। वह कुरचिडांगा इलाके के रहने वाले थे। उनके परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं। शुक्रवार देर रात करीब बारह बजे वह अपने खेत में लगाए गए आलू को देखने गए थे। रात एक बजकर 30 मिनट के आसपास बांकादह रेंज के आमडहरा बीट के बेलशुलिया क्षेत्र के आस्थाशोल जंगल इलाके में हाथी के हमले में उनकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, 23 हाथियों का एक झुंड बांकुड़ा की सीमा पार करके मेदिनीपुर के जंगल में प्रवेश कर रहा था। मेदिनीपुर की सीमा से मात्र आधा किलोमीटर दूर कुछ हाथी आगे बढ़ गए, जबकि 2-3 हाथी पीछे रह गए। उस समय रामपद अपने खेत में मौजूद थे। अचानक पीछे की ओर से एक हाथी दौड़ता हुआ आया। अंधेरे जंगल में भागने का मौका नहीं मिला और वह हाथी के पैरों तले कुचल गए। घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई।
दुर्घटना के बाद हमलावर हाथी सहित 15 हाथी मेदिनीपुर के जंगल में प्रवेश कर गए। हालांकि, बाकी 8 हाथी मेदिनीपुर में नहीं घुसे और बांकादह रेंज के आस्थाशोल जंगल में ही वापस लौट आए। पूरी स्थिति पर वन विभाग की कड़ी निगरानी है।
रामपद हेमब्रम की पत्नी सजनी हेमब्रम ने शनिवार को कहा, खेत में आलू की खेती की थी। रात बारह बजे के आसपास वहां गए थे। फिर यह घटना हो गई। दो छोटे-छोटे बच्चे हैं, अब कैसे परिवार चलाऊंगी।
बांकादह रेंज की वन अधिकारी सोनिया मजूमदार ने बताया कि रामपद हेमब्रम उस समय जंगल में क्यों गए थे, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है। वह हाथी देखने गए थे या किसी अन्य काम से, इसकी जांच की जा रही है। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि हाथियों के आवागमन के समय अत्यधिक भीड़ इस तरह की दुर्घटनाओं का एक बड़ा कारण है।
अधिकारी ने बताया कि शनिवार रात को हाथी देखने के लिए 400 से 500 लोग जमा हुए थे। फोटो खींचने, वीडियो या रील बनाने की चाह में कई लोग खतरनाक तरीके से हाथियों के बहुत करीब चले जाते हैं। इससे हाथी घबरा जाते हैं और अपना सामान्य रास्ता भटक जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप ऐसी दुर्घटनाएं और खेतों में नुकसान बढ़ रहा है।
वन विभाग मृतक के परिवार से संपर्क कर रहा है। प्रशासन ने सरकारी मुआवजा और सभी सहायता देने का आश्वासन दिया है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय