नेपाल में ओली का सर्वदलीय सरकार के गठन पर जोर
काठमांडू, 13 दिसंबर (हि.स.)। नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने सुशीला कार्की के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार को असंवैधानिक बताते हुए सर्वदलीय सरकार के गठन की आवश्यकता पर जोर दिया है। ओली का दावा है कि मौजूदा सरकार तय समय पर संसदीय चुनाव न
महाधिवेशन को संबोधित करते हुए ओली


काठमांडू, 13 दिसंबर (हि.स.)। नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने सुशीला कार्की के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार को असंवैधानिक बताते हुए सर्वदलीय सरकार के गठन की आवश्यकता पर जोर दिया है। ओली का दावा है कि मौजूदा सरकार तय समय पर संसदीय चुनाव नहीं करा पाएगी।

ओली ने सीपीएन (यूएमएल) के 11वें महाधिवेशन के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए शनिवार को कहा कि केवल सर्वदलीय अंतरिम सरकार बनाकर ही चुनाव में जाना उपयुक्त होगा। उन्होंने कहा, “इस देश को यहां तक लाने वाली राजनीतिक शक्तियां ही हैं। योगदान भी राजनीतिक शक्तियों का ही रहा है। इसलिए सर्वदलीय, अंतरिम सरकार बनाकर, आवश्यकता पड़े तो संविधान का पुनर्लेखन करते हुए, नेपाल के सभी श्रमिकों, जातियों, वर्गों, क्षेत्रों, उत्पीड़न झेल रहे लोगों, नई पीढ़ी, युवा जेन-जी, देश-विदेश में रह रहे नेपाली नागरिकों की आकांक्षाओं को संबोधित करने के बाद ही चुनाव की ओर जाना आवश्यक है।”

वर्तमान सरकार द्वारा घोषित चुनाव को ओली ने नाटक करार दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने भले ही चुनाव की तारीख तय कर दी हो, लेकिन उसकी कोई तैयारी नहीं की गई है और देश में भय व आतंक का माहौल बनाया जा रहा है।

ओली ने दावा किया कि देश इस समय गंभीर संवैधानिक संकट में फंसा हुआ है। तत्काल आवश्यकता यह है कि अनधिकृत और असंवैधानिक सिफारिश पर भंग की गई प्रतिनिधि सभा को पुनःस्थापित किया जाए, एक संवैधानिक सरकार का गठन किया जाए और उसके बाद ताजा जनादेश के माध्यम से नई प्रतिनिधि सभा के निर्माण की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाए।

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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास