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धमतरी, 13 दिसंबर (हि.स.)। जवाहर नवोदय विद्यालय में कक्षा छह में प्रवेश के लिए आयोजित जेएनवीएसटी परीक्षा शनिवार, 13 दिसंबर को संपन्न हुई। परीक्षा सुबह 11:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक दो घंटे की रही, जिसमें ऑब्जेक्टिव टाइप के 100 अंकों के कुल 80 प्रश्न पूछे गए। नगरी विकासखंड में कुल छह परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जिनमें शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नगरी, जीनियस पब्लिक स्कूल नगरी, स्वामी आत्मानंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नगरी, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिहावा, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सांकरा तथा स्वामी आत्मानंद विद्यालय कुकरेल शामिल रहे।
इन केंद्रों में कुल 1779 विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया था, जिनमें से 1639 बच्चों ने परीक्षा दी, जबकि 140 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। परीक्षा के दौरान सबसे बड़ी परेशानी दूर-दराज के गांवों से आने वाले बच्चों को झेलनी पड़ी। सुबह की कड़ाके की ठंड में कई बच्चों को 40 से 55 किलोमीटर तक की दूरी तय करनी पड़ी। ग्राम माग्गा-पोटी से करीब 56 किलोमीटर, बंदनपुर से 40 किलोमीटर और कुरमाझरी (धमतरी के नजदीक) से बच्चों को नगरी स्थित आत्मानंद विद्यालय और कन्या शाला तक आना पड़ा। वहीं नगरी के पूर्णपर गांव के बच्चों को भी 8 किलोमीटर दूर सिहावा और मांकण परीक्षा केंद्र तक जाना पड़ा। दूर से आए बच्चों के अभिभावक पूरे समय स्कूलों के बाहर डेरा डाले परीक्षा समाप्त होने का इंतजार करते नजर आए।
अभिभावकों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि छोटे बच्चों के लिए उनके गांव या नजदीकी क्षेत्र में ही परीक्षा केंद्र बनाए जाने चाहिए, ताकि उन्हें इतनी लंबी और ठंड भरी यात्रा न करनी पड़े। इस संबंध में कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने कहा कि बच्चों के परीक्षा केंद्र चयन को लेकर शिक्षा विभाग से चर्चा की जाएगी। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल ने स्पष्ट किया कि नवोदय प्रवेश परीक्षा की पूरी प्रक्रिया नवोदय विद्यालय समिति, दिल्ली द्वारा तय की जाती है और परीक्षा केंद्रों की सूची भी वहीं से जारी होती है। उन्होंने बताया कि भविष्य में विद्यार्थियों के स्कूल या निवास स्थान के अनुसार नजदीकी परीक्षा केंद्र उपलब्ध कराने के लिए नवोदय बोर्ड को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा