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फतेहाबाद, 13 दिसंबर (हि.स.)। फतेहाबाद पुलिस द्वारा आमजन को आरटीओ यानि क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के नाम से आ रहे फर्जी चालान, साइबर ठगी मैसेज और कॉल को लेकर शनिवार को एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की गई है। पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन ने जिला वासियों से अपील की है कि वे ऐसे किसी भी संदेश या कॉल से सतर्क रहें, जो आरटीओ या ट्रैफिक पुलिस के नाम पर भेजा जा रहा हो। एसपी ने बताया कि हाल के दिनों में जिले में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें साइबर ठगों द्वारा वाहन मालिकों को स्रूस्, व्हाट्सएप मैसेज या फोन कॉल कर यह कहा जा रहा है कि उनके वाहन का ट्रैफिक चालान लंबित है। इन संदेशों में एक लिंक भेजा जाता है और डराने वाली भाषा का इस्तेमाल करते हुए तुरंत भुगतान करने को कहा जाता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आरटीओ या ट्रैफिक पुलिस कभी भी व्यक्तिगत मोबाइल नंबर से चालान भुगतान के लिए लिंक नहीं भेजती, न ही किसी से ओटीपी, बैंक डिटेल या यूपीआई पिन की मांग करती है। इस प्रकार के सभी मैसेज और कॉल पूरी तरह फर्जी होते हैं और इनका उद्देश्य केवल लोगों को ठगना होता है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि किसी भी वाहन का वास्तविक ई-चालान केवल सरकार की अधिकृत वेबसाइट पर ही उपलब्ध होता है। आमजन को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी मैसेज में दिए गए लिंक पर क्लिक करने के बजाय स्वयं आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ही चालान की स्थिति जांचें। एसपी जैन ने नागरिकों से अपील की कि वे विशेष रूप से बुजुर्गों और कम तकनीकी जानकारी रखने वाले लोगों को इस प्रकार की ठगी के तरीकों के बारे में जागरूक करें, क्योंकि साइबर अपराधी इन्हीं लोगों को आसान निशाना बनाते हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को आरटीओ के नाम से संदिग्ध कॉल, मैसेज या ई-मेल प्राप्त होता है, तो वह घबराए नहीं और तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दे। एसपी ने आमजन से अपील की कि वे इस एडवाइजरी को अधिक से अधिक लोगों तक साझा करें, ताकि साइबर ठगों के मंसूबों को नाकाम किया जा सके।
हिन्दुस्थान समाचार / अर्जुन जग्गा