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कठुआ, 13 दिसंबर (हि.स.)। डीसी कठुआ राजेश शर्मा ने जिले में समग्र कृषि विकास कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा के लिए संबंधित अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने अब तक की उपलब्धियों की क्षेत्रवार समीक्षा की और सभी स्वीकृत परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कार्यान्वयन एजेंसियों को समन्वित प्रयासों और जमीनी स्तर पर प्रभावी निगरानी सुनिश्चित करके क्रियान्वयन में तेजी लाने का निर्देश दिया। कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के अंतर्गत कार्यान्वित की जा रही अनेक परियोजनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई, जिनमें बाजरा और पौष्टिक अनाज, कृषि यंत्रीकरण, मशरूम उत्पादन, तिलहन संवर्धन, एकीकृत कृषि, वाणिज्यिक पुष्पकृषि, वर्षा आधारित क्षेत्र विकास, बागों का पुनरुद्धार, डेयरी विकास, मटन उत्पादन, मुर्गी पालन, चारा विकास, मछली बीज और ट्राउट फार्म, रेशम उत्पादन, किसान खिदमत घर और अन्य संबंधित पहलें शामिल हैं। इसी प्रकार कृषि, बागवानी, रेशम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, पशुपालन, भेड़पालन, मत्स्य पालन और सहकारी समितियों से संबंधित घटकों की प्रगति की भी समीक्षा की गई। उपायुक्त ने चल रहे कार्यों को और गति देने और निर्धारित समय के भीतर एचएडीपी (कृषि विकास योजना) के सभी कार्यों को पूर्णतः लागू करने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कार्यक्रम के तहत मिलने वाले लाभों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने के लिए किसानों की क्षमता निर्माण पर भी बल दिया, ताकि जागरूकता बढ़ाई जा सके, आधुनिक पद्धतियों को अपनाया जा सके और कार्यक्रम का अधिकतम लाभ उठाया जा सके।
मुख्य जिला प्रबंधक और बैंकों के प्रतिनिधियों से विभिन्न एचएडीपी योजनाओं के तहत लाभ प्राप्त करने के इच्छुक आवेदकों के पात्र मामलों का समय पर निपटान सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय हस्तक्षेप करने का आग्रह किया गया, ताकि लाभार्थियों को वित्तीय सहायता बिना किसी देरी के मिल सके। बैठक में कठुआ के अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त सुरिंदर मोहन शर्मा, मुख्य योजना अधिकारी रंजीत ठाकुर, मुख्य जिला प्रबंधक और कृषि एवं संबद्ध विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / सचिन खजूरिया