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नई दिल्ली, 11 दिसंबर (हि.स.)। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में स्पष्ट किया कि ई-20 यानी एथनॉल मिश्रित पेट्रोल के उपयोग से वाहनों पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है। उन्होंने कहा कि व्यापक परीक्षणों में यह ईंधन पूरी तरह सुरक्षित पाया गया है और इससे प्रदूषण कम करने तथा विदेशी मुद्रा बचाने में भी मदद मिलती है।
लोकसभा में गुरुवार को प्रश्नकाल के दौरान एथनॉल मिश्रित पेट्रोल की प्रभावशीलता पर उठे सवालों का जवाब देते हुए गडकरी ने कहा कि सरकार द्वारा कराए गए विस्तृत परीक्षणों में ई-20 पेट्रोल से वाहनों की ड्राइवबिलिटी, स्टार्टबिलिटी, धातु और प्लास्टिक संगतता पर कोई नकारात्मक असर सामने नहीं आया है। ई-20 के प्रयोग से देश को महत्वपूर्ण आर्थिक और पर्यावरणीय लाभ मिल रहे हैं। एथनॉल मिश्रण से अब तक 1.40 लाख करोड़ रुपये से अधिक विदेशी मुद्रा की बचत हुई है, जबकि कच्चे माल के रूप में गन्ना और मक्का उपलब्ध कराने वाले किसानों को 40 हजार करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
गडकरी ने कहा कि एक अप्रैल 2023 से पहले बेचे गए वाहन ई-10 के अनुकूल हैं, जबकि इसके बाद बेचे गए वाहन ई-20 सामग्री-अनुपालन के मानकों पर खरे उतरते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी पुराने वाहन को चरणबद्ध तरीके से हटाने या रेट्रोफिटिंग की आवश्यकता नहीं है और सामान्य घिसावट को नियमित सर्विसिंग में आसानी से संभाला जा सकता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार