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भोपाल, 10 दिसम्बर (हि.स.)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल परिसर में मॉर्चुरी के पास स्थित पानी की पुरानी टंकी से बुधवार को दो नवजात बच्चों के अधजले शव मिले हैं। टंकी को अस्पताल प्रबंधन डस्टबिन की तरह इस्तेमाल कर रहा था। कचरे में आग लगने के बाद यह सनसनीखेज मामला सामने आया है। फिलहाल दोनों शव मर्चूरी में रखवाए गए हैं। पुलिस अस्पताल रिकॉर्ड, सीसीटीवी फुटेज, डीएनए टेस्ट और अन्य तकनीकी सबूतों के आधार पर पूरे मामले की हर एंगल से जांच कर रही है।
दरअसल, हमीदिया अस्पताल परिसर में बुधवार को टंकी में पड़े कचरे में आग लग गई। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने फायर ब्रिगेड को बुलाया। आग बुझाने के बाद जब टंकी की जांच की गई तो उसमें दो नवजात बच्चों के अधजले शव मिले। शवों पर प्लास्टिक और पन्नी चिपकी हुई थी। इसके बाद दोपहर करीब दो बजे कोहेफिजा पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस के अनुसार एक नवजात का शव करीब 90 फीसदी तक जल चुका था, जबकि दूसरा आंशिक रूप से जला हुआ था। दोनों शवों को पंचनामा कार्रवाई के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि पांच डॉक्टरों की टीम पोस्टमॉर्टम करेगी। कचरे से अस्पताल में इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक बेडशीट भी बरामद हुई है। इससे आशंका जताई जा रही है कि बच्चों को बेडशीट में लपेटकर टंकी में फेंका गया होगा। पुलिस ने डीएनए सैंपल सुरक्षित करने के निर्देश भी दिए हैं।
कोहेफिजा थाना प्रभारी केजी शुक्ला ने बताया कि अस्पताल की मॉर्चुरी के पास स्थित पुरानी टंकी में मरीजों और अस्पताल कर्मचारियों द्वारा नियमित रूप से कचरा फेंका जाता था और कई बार उसमें आग भी लगा दी जाती थी। इसी टंकी में बच्चों के शव मिले हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर