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- 108 सेवा का बड़ा रिकॉर्ड: एक लाख से अधिक मरीजों को अस्पताल पहुंचाया
-समय पर उपचार से बढ़ी मरीजों की उम्मीद, एम्बुलेंस सेवाओं ने बचाईं हजारों जानें
अयोध्या, 10 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की रामनगरी अयोध्या में योगी आदित्यनाथ सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं में किए गए सुधारों का सकारात्मक असर अब साफ दिखाई दे रहा है। खासकर 102 और 108 एम्बुलेंस सेवा ने आपातकालीन चिकित्सा के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। एक कॉल करते ही मरीज के दरवाजे पर एम्बुलेंस पहुंच रही है और समय पर अस्पताल पहुंचाकर हजारों लोगों की जान बचा रही है। चाहे गरीब हो या अमीर, गांव का निवासी हो या शहर का, हर वर्ग को त्वरित और मुफ्त चिकित्सा सुविधा मिल रही है।
राष्ट्रीय एम्बुलेंस सेवा के तहत संचालित 102 और 108 नंबर अब अयोध्या वासियों के लिए जीवन रक्षक बन गए हैं। पिछले आठ महीनों का आंकड़ा अपने आप में गवाही दे रहा है कि कैसे इन सेवाओं ने आपात स्थिति में लोगों का साथ निभाया है। आंकड़ों के अनुसार, केवल 102 एम्बुलेंस सेवा ने अप्रैल से अगस्त 2025 तक 1.25 लाख से भी अधिक मरीजों को आपातकालीन सहायता प्रदान की है। इनमें गर्भवती महिलाएं, नवजात शिशु और गंभीर रूप से बीमार मरीज प्रमुख हैं। इसी अवधि में 108 एम्बुलेंस सेवा ने 50 हजार से अधिक मरीजों को विभिन्न अस्पतालों तक सुरक्षित पहुंचाया है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में कई गुना अधिक है, जो साफ दर्शाता है कि योगी सरकार के स्वास्थ्य सुधार अभियान का कितना व्यापक असर हुआ है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुशील कुमार बनियान बताते हैं कि अयोध्या जिले के विभिन्न क्षेत्रों से मिल रही प्रतिक्रियाएं इस बात की तस्दीक कर रही हैं कि अब लोग आपातकाल में घबराते नहीं, बल्कि तुरंत 102 या 108 डायल करते हैं। रुदौली, मिल्कीपुर, बीकापुर, सोहावल जैसे दूरदराज के इलाकों में भी एम्बुलेंस मात्र 15-20 मिनट में पहुंच जा रही है। पहले जहां मरीजों को निजी वाहनों से अस्पताल ले जाना पड़ता था और रास्ते में ही कई जानें चली जाती थीं, वहीं अब जीपीएस से लैस एम्बुलेंस और प्रशिक्षित पैरा मेडिकल स्टाफ तुरंत राहत पहुंचा रहे हैं।
एक हालिया उदाहरण मिल्कीपुर क्षेत्र के निवासी अजीत यादव का है। उनकी गर्भवती पत्नी को अचानक प्रसव पीड़ा हुई। रात के 2 बजे 102 पर कॉल किया गया और मात्र 12 मिनट में एम्बुलेंस घर पर पहुंच गई। समय पर जिला अस्पताल पहुंचने से मां-बच्चे दोनों सुरक्षित हैं। अजीत कहते हैं, पहले तो हम सोचते थे कि गांव में एम्बुलेंस कैसे आएगी, लेकिन योगी जी की सरकार ने यह चमत्कार कर दिखाया।
ट्रामा सेंटर में अधिकांश मरीज 108 से पहुंच रहे
इसी तरह 108 सेवा ने सड़क दुर्घटना, दिल का दौरा, सांप काटने जैसे मामलों में सैकड़ों जानें बचाई हैं। जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में आने वाले अधिकांश मरीज अब 108 एम्बुलेंस से ही पहुंच रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि गोल्डन ऑवर में मरीज का अस्पताल पहुंचना ही सबसे बड़ा जीवनदान होता है और यह सुविधा अब अयोध्या में हर जगह उपलब्ध है।
एंबुलेंस में है संसाधनों का अंबार
योगी आदित्यनाथ सरकार ने न केवल एम्बुलेंस की संख्या बढ़ाई है, बल्कि सभी वाहनों में आधुनिक उपकरण, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर की सुविधा और प्रशिक्षित कर्मचारी तैनात किए हैं। इसके साथ ही कॉल सेंटर को और सुदृढ़ किया गया है, जिससे एक भी कॉल मिस न हो। जिला प्रशासन का दावा है कि आने वाले दिनों में एम्बुलेंस की संख्या और बढ़ाई जाएगी ताकि राम मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को भी विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधा मिल सके।
स्वास्थ्य क्रांति का मॉडल बन रहा मिसाल
अयोध्या के निवासी अब गर्व से कहते हैं कि रामलला की नगरी में अब न केवल आस्था है, बल्कि जीवन रक्षा की मजबूत व्यवस्था भी है। 102-108 सेवा ने यह साबित कर दिया है कि सही नीति और इच्छाशक्ति से स्वास्थ्य सेवाओं में आमूलचूल परिवर्तन लाया जा सकता है। समय पर उपचार मिलने से न केवल मरीजों की जान बच रही है, बल्कि उनके परिवारों की उम्मीद भी बनी हुई है। योगी सरकार का यह स्वास्थ्य क्रांति का मॉडल अब पूरे प्रदेश के लिए मिसाल बन रहा है।
आंकड़ों से समझिए
102 - मरीज लेना -छोड़ना -कुल
अप्रैल - 7612 - 5422 - 10304
मई - 7936 - 5700- 13636
जून - 7254 - 5282 -12536
जुलाई - 7831 -6085 - 13916
अगस्त - 7311 - 5734- 13045
सितम्बर -7625 - 6452-14078
अक्टूबर - 7346 6084 -13430
नवंबर - 7458- 5625- 13083
108 - ट्रिप काउंट
अप्रैल -6353
मई - 6745
जून - 6501
जुलाई - 6901
अगस्त - 6944
सितम्बर -8236
अक्टूबर - 7327
नवंबर - 6741
हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय