अनूपपुर: ट्रक में सड़क पर गिरी क्षमता से अधिक भरी धान की बोरियाँ बीच सड़क पर गिरी, कटा चलान
अनूपपुर, 10 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में उपार्जित धान के परिवहन के दौरान ओवरलोडिंग और ओवरहाइटिंग से यातायात और सुरक्षा संकट बढ़ा हैं। परिवहन कर्ता बृजेश पांडेय द्वारा उपार्जन वा परिवहन टेंडर नीति की अनदेखी कर अपने ट्रकों में निर
ट्रक में सड़क पर गिरी धान की बोरियाँ


अनूपपुर, 10 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में उपार्जित धान के परिवहन के दौरान ओवरलोडिंग और ओवरहाइटिंग से यातायात और सुरक्षा संकट बढ़ा हैं। परिवहन कर्ता बृजेश पांडेय द्वारा उपार्जन वा परिवहन टेंडर नीति की अनदेखी कर अपने ट्रकों में निर्धारित क्षमता से अधिक धान लोड कर उसका परिवहन कराया जा रहा है। जिससे सड़क पर हादसों का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है।

जानकारी के अनुसार, बुधवार की दोपहर उपार्जन केंद्र छिलपा से ट्रक क्रमांक एमपी 18 जीए 4737 में लगभग 800 बोरी धान भर कर रमेश इंजीनियरिंग वेयरहाउस दारसागर भेजा गया। रास्ते में ट्रक कोतमा रेलवे अंडरब्रिज पर ओवरहाइट होने के कारण फंस गया और कई बोरी सड़क पर गिर गईं। इस घटना से न केवल ट्रक चालक को परेशानी हुई, बल्कि आसपास से गुजर रहे वाहनों का यातायात भी प्रभावित हुआ।

इसके बावजूद भी वही ट्रक धान की बोरियों को लादकर पुनः अपने गंतव्य की ओर रवाना हुआ। लेकिन कोतमा थाना के पास ट्रक से फिर कई बोरियां सड़क पर गिर गईं। घटना की सूचना मिलते ही कोतमा थाना प्रभारी रत्नांशु शुक्ला ने मौके पर पहुंचकर ट्रक का निरीक्षण किया और ओवरहाइट के लिए चालान काटा।

स्थानीय लोगो का कहना है कि परिवहन कर्ता उपार्जित धान के परिवहन में नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। जबकि नागरिक आपूर्ति के प्रबंधक संचालक के स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि उपार्जित धान के परिवहन में ओवरलोडिंग बिल्कुल भी मान्य नहीं होगी।

लोगो का कहना है कि इस तरह की ओवरलोडिंग न केवल सड़क दुर्घटनाओं का कारण बनती है, बल्कि सार्वजनिक सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को भी गंभीर रूप से प्रभावित करती है। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए ट्रक मालिकों और परिवहन कर्ताओं को नियमों का पालन करना अनिवार्य है। जिले में उपार्जित धान का परिवहन अब विशेष निगरानी के तहत किया जाएगा ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना और यातायात अवरोध से बचा जा सके।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला