उत्तर छत्तीसगढ़ ठंड की चपेट में, अंबिकापुर पांच डिग्री व पाट इलाकों में तापमान चार डिग्री तक फिसला
अंबिकापुर, 10 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर छत्तीसगढ़ इन दिनों तीखी बर्फीली हवाओं की चपेट में है। प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में पड़ रही शीतलहर ने हालात ऐसे बना दिए हैं कि दिन चढ़ने के बावजूद ठंड की तीव्रता कम नहीं हो रही। अंबिकापुर का पारा लगातार 5 डिग्री क
अलाव तापते हुए लाेग।


अंबिकापुर, 10 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर छत्तीसगढ़ इन दिनों तीखी बर्फीली हवाओं की चपेट में है। प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में पड़ रही शीतलहर ने हालात ऐसे बना दिए हैं कि दिन चढ़ने के बावजूद ठंड की तीव्रता कम नहीं हो रही। अंबिकापुर का पारा लगातार 5 डिग्री के आसपास बना हुआ है, जबकि पाट क्षेत्रों में रातें और भी ज्यादा सर्द हो चुकी हैं।

बर्फीली हवा की तेज रफ्तार के कारण मंगलवार को पाला नहीं जम सका, लेकिन इसके बावजूद ठंड से लोगों का हाल बेहाल है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में भी इसी तरह की कड़ाके की सर्दी जारी रहेगी क्योंकि आसमान साफ होने से उत्तर दिशा की हवा सीधे मैदानी और पाट इलाकों पर प्रभाव डाल रही है।

अंबिकापुर में बुधवार तड़के तापमान गिरकर 5 डिग्री पर आ गया। इससे पहले मंगलवार को भी यहां का न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री दर्ज किया गया था। पाट क्षेत्रों में मैनपाट, सामरीपाट और सोनहत में रात का तापमान 4 से 5 डिग्री के बीच स्थिर रहा। तेज हवा की वजह से इन इलाकों में पाला जमने की स्थिति बनते-बनते भी नहीं बन पाई।

दिसंबर का दूसरा सप्ताह भी सरगुजा संभाग में रिकॉर्ड ठंड लेकर आया है। इस महीने की शुरुआत में ही अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री तक जा चुका है। पिछले 24 घंटों में तापमान सामान्य औसत से करीब 4 से 5 डिग्री कम बना हुआ है। हालांकि, दिन की गर्माहट में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई और अधिकतम तापमान 26.7 डिग्री तक पहुंचा।

मौसम वैज्ञानिक ए.एम. भट्ट का कहना है कि शीतलहर अभी और तेज हो सकती है। आने वाले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान में गिरावट होने की आशंका है और अंबिकापुर का पारा 4 डिग्री तक नीचे जा सकता है। वर्तमान परिस्थितियों में पाट इलाकों से लेकर मैदानी हिस्सों तक सर्द हवाएं लगातार बह रही हैं, जिससे शाम ढलते ही सड़कें खाली नजर आने लगती हैं।

कड़ाके की ठंड से राहत देने के लिए नगर निगम अंबिकापुर द्वारा प्रमुख चौक-चौराहों और सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था की गई है, ताकि रात में बाहर निकलने वालों को कुछ गर्माहट मिल सके।

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हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय