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आसनसोल, 10 दिसंबर (हि. स.)।
आसनसोल दक्षिण की विधायक अग्निमित्र पाल को बुधवार को तिराट ग्राम पंचायत क्षेत्र अंतर्गत गोरडांगा इलाके में पंचायत सदस्य सुबीर बनर्जी के नेतृत्व में ग्राम की महिलाओं ने घेराव किया। विधायक की गाड़ी को एक घंटे तक रोक कर रखा गया महिलाओं ने सड़क जाम विरोध जताते हुए विधायक से पांच वर्षों में किए गए कार्य का हिसाब मांगा। इसे लेकर विधायक के सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ और स्थानीय लोगों के बीच तीखी झड़प हो गई।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि सीआईएसएफ ने उन्हें गोली मारने की धमकी दी। इस बारे में विधायक अग्निमित्र पाल ने कहा कि वह तिराट इलाके में जनसंपर्क अभियान पाड़ाय दीदी भाई के लिए गई थी। लेकिन जब वहां से लौट रही थी तभी अचानक तिराट ग्राम पंचायत सदस्य सुबीर बनर्जी ने उनका रास्ता रोका। उनके गाड़ी के सामने गांव की महिलाओं को बैठा दिया गया। इस तरह उन्हें एक घंटे तक परेशान किया गया। इस बीच उनकी सुरक्षा में प्रोटोकॉल के तहत बचाव करने आए सीआइएसएफ पर ग्रामीणों को धमकाने का आरोप लगाया गया। घटना की जानकारी जब पुलिस को दी गई तो मौके पर पहुंची। पुलिस भी उनके सामने भीगी-भीगी बनी हुई थी। एक घंटे बाद उनको वहां से जाने दिया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार जनता के लिए कुछ नहीं कर पाई। जनता को बुनियादी सुविधा तक मुहैया नहीं कर पाई और विरोधी विधायक यदि जनता के लिए कुछ कार्य करने के लिए जाते हैं तो उन्हें तृणमूल कैडर लगाकर रोकने का प्रयास किया जाता है।
विधायक अग्निमित्र पाल ने वहां से लौट के क्रम में अपने सोशल मीडिया अकाउंट से एक संदेश जारी किया और आसनसोल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को काली पहाड़ी मोड पर पहुंचने का निर्देश दिया। उन्होंने इस बाबत कहा कि इसका जवाब पुलिस को देना होगा कि आखिर विधायक की गाड़ी रोकने का साहस तृणमूल कार्यकर्ताओं में कहां से आती है। खबर लिखे जाने तक काली पहाड़ी के पास भाजपा कार्यकर्ताओं का जमावड लग रहा था।
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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष विश्वकर्मा