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कोलकाता, 10 दिसंबर (हि.स.)। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) पश्चिम बंगाल के कार्यालय की ओर से बुधवार को कोलकाता के तीन रेड लाइट इलाकों खिदिरपुर, कालीघाट और चेतला में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कैंप आयोजित किए गए। इन कैंपों का उद्देश्य सेक्स वर्करों को राज्य की मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए आवश्यक नामांकन प्रपत्र भरने में सहायता प्रदान करना था।
चुनाव आयोग के एक अधिकारी के अनुसार, मतदाता सूची संशोधन अभियान के तहत कैंप सुबह 11 बजे शुरू हुए। उन्होंने बताया कि खीदिरपुर के मुंशीगंज रोड स्थित फाइव स्टार क्लब और 148 कालीघाट रोड पर विशेष कैंप लगाए गए, जो दोपहर 12:40 बजे तक चले। अधिकारी ने बताया कि चेतला में आयोजित कैंप शाम चार बजे तक चला।
अधिकारी के अनुसार कि खिदिरपुर कैंप में लगभग 70, कालीघाट में करीब 100 और चेतला में लगभग 60 सेक्स वर्करों ने हिस्सा लिया। उन्होंने बताया कि प्रतिभागियों को नामांकन प्रपत्र भरने में सहायता दी गई ताकि उनके नाम मतदाता डेटाबेस में सही ढंग से दर्ज हो सकें।
यह पहल मंगलवार को एशिया के सबसे बड़े रेड लाइट क्षेत्र सोनागाछी में आयोजित, इसी तरह के कैंपों के बाद जारी रही, जहां 805 सेक्स वर्कर नामांकन सहायता के लिए पहुंचे थे।
सेक्स वर्करों के लिए विशेष मतदाता पंजीकरण कैंप आयोजित करने का निर्णय उन परिस्थितियों को देखते हुए लिया गया, जब कई कल्याणकारी संगठनों ने उनके मताधिकार से वंचित होने की आशंका को लेकर चिंता व्यक्त की थी। कई महिलाएं, जो लंबे समय से अपने परिवारों से अलग हैं या जिनके पास पैतृक दस्तावेज नहीं हैं, यह आशंका जता रही थीं कि उनके नाम मतदाता सूची से हट सकते हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोेज कुमार अग्रवाल पहले ही आश्वस्त कर चुके हैं कि कोई भी पात्र मतदाता वंचित नहीं रहेगा और संशोधन प्रक्रिया के दौरान सेक्स वर्करों सहित सभी हाशिये पर रहने वाले वर्गों के नाम जोड़ने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे।---------------------
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर