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पश्चिमी सिंहभूम, 10 दिसंबर (हि.स.)। विश्व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर जिले में शिक्षा संस्थानों और जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें मानवाधिकार, मौलिक अधिकार और सामाजिक न्याय से जुड़े विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य आम नागरिकों, विशेषकर छात्राओं और महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और न्याय तक उनकी पहुंच को सशक्त बनाना रहा।
महिला कॉलेज में एनएसएस बीएड यूनिट और जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डालसा), पश्चिमी सिंहभूम के संयुक्त तत्वावधान में मानवाधिकार दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रभारी प्राचार्य प्रो. रूपकला माधुरी खालको के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने मानवाधिकार दिवस के महत्व और उद्देश्य पर प्रकाश डाला।
डालसा सचिव ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि मानवाधिकार दिवस केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि न्याय, समानता और जागरूकता के संकल्प को मजबूत करने का अवसर है। उन्होंने बताया कि हर व्यक्ति जन्म से ही कुछ मूलभूत अधिकारों का अधिकारी होता है।
इस अवसर पर विकास दोदराजका ने संयुक्त राष्ट्र की ओर से 10 दिसंबर 1948 को मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा को अपनाए जाने की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि साझा की। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अर्पित सुमन ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ. राजीव लोचन नमता ने किया। कार्यक्रम में फादर यूजिन एक्का, फादर बलदेव, संजीव प्रधान, डॉ. ओनिमा मानकी, डॉ. पुष्पा कुमारी, डॉ. बबीता कुमारी, प्रीति देवगम, सितेंद्र रंजन सिंह, डॉ. सुचिता बाड़ा सहित बीएड सेमेस्टर एक और दो की छात्राएं एवं पारा लीगल वॉलंटियर्स उपस्थित थे।
वहीं दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर वन स्टॉप सेंटर में डालसा की ओर से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश–सह–अध्यक्ष मोहम्मद शाकिर और सचिव रवि चौधरी के मार्गदर्शन में हुआ। इसमें महिला थाना प्रभारी, वन स्टॉप सेंटर की कर्मी नलिनी, हिमांशु जेना, अधिकार मित्र सूरज कुमार ठाकुर सहित अन्य उपस्थित रहे। प्रतिभागियों को मानवाधिकार, शिक्षा का अधिकार, बाल विवाह, बाल श्रम, बाल तस्करी और महिला सुरक्षा से जुड़े कानूनों की जानकारी दी।
इसके अलावा महिला कॉलेज में आईक्यूएसी के तत्वावधान में राजनीति विज्ञान विभाग की ओर से भी विश्व मानवाधिकार दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम में डॉ. रूबी कुमारी, आईक्यूएसी प्रमुख डॉ. अमृता जायसवाल, डॉ. अंजु, मनीषा, नम्रता, डॉ. अंजना सिंह और मीरा कुमारी ने अपने विचार रखे।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक