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सहरसा, 10 दिसंबर (हि.स.)। पुरानी कहावत है उत्तम खेती ,मध्यम वाण ,नीच नौकरी भीख निदान यानी जीवन यापन के लिए सबसे बढिया खेती को माना वही मध्यम व्यापार एवं नौकरी को निम्न तथा भिक्षाटन को सबसे निकृष्ट माना गया।इसी उत्तम खेती की परम्परा को जीवंत बनाने के लिए अन्नदाता किसान को विभाग द्वारा पुन: प्रोत्साहित किया जा रहा है।इसी कडी में जिला कृषि विभाग एवं आत्मा द्वारा आयोजित दो दिवसीय किसान मेला सह प्रदर्शनी का समापन बुधवार को किया गया।
इस प्रदर्शनी में जिले के लगभग 100 किसानों ने अपने उत्कृष्ट उत्पाद का प्रदर्श किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी दीपेश कुमार एवं उप विकास आयुक्त संजय कुमार निराला, जिला कृषि पदाधिकारी एवं परियोजना निदेशक के द्वारा मेला में आए किसानों द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी का गहन निरीक्षण किया।इसके साथ ही मेला में लगाए गए प्रदर्श मे से सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन को चयनित किया गया। जिला कृषि कार्यालय में परिसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान जिले के चार किसानों को चयनित कर पुरस्कृत किया गया।
मौके पर गम्हरिया निवासी अजय कुमार को कोहड़ा के उत्कृष्ट उत्पादन हेतु प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं कहरा प्रखंड के भरौली गांव निवासी राजेश कुमार द्वारा उत्तम बैगन की खेती करने,सत्तर कटैया के बिशनपुर निवासी शैलेंद्र कुमार द्वारा लौकी एवं मूली, प्रदीप साह सिमरी बख्तियारपुर के द्वारा आलू, भरौली निवासी बबलू कुमार को चिक्कू उत्पादन के लिए प्रशस्ति पत्र दिया गया। इसके साथ ही जिले मे बेहतर खेती एवं खेती से आय बढ़ाने के लिए विभाग द्वारा किसानों को प्रशिक्षण देकर प्रोत्साहित किया जा रहा है।साथ आधुनिक यंत्र एवं उन्नत बीज मुहैया कराए जा रहे है।
इस पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में अपर परियोजना निदेशक राजेश कुमार सिन्हा, माधवानंद, जयदेव मिश्र एवं सभी एटीएम बीटीएम किसान सलाहकार सहित अन्य मौजूद रहे। वहीं किसानों ने कृषि विभाग द्वारा उत्तम खेती उत्तम खाद बीज उपलब्ध कराने हेतु धन्यवाद दिया।
हिन्दुस्थान समाचार / अजय कुमार