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जम्मू, 10 दिसंबर (हि.स.)। तहसील नगरोटा के मरह गांव में जल संरक्षण को बढ़ावा देने और ग्रामीण इलाकों में पानी की कमी दूर करने के उद्देश्य से मिट्टी से भरे बोरे लगाकर छोटे चेक डैम तैयार किए गए हैं। यह पहल दक्षिण पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानंदाचार्य नरेंद्रचार्य जी के मार्गदर्शन और प्रेरणा से शुरू किए गए राष्ट्रीय अभियान का हिस्सा है, जिसका मकसद बारिश के पानी को संजोकर प्रभावी उपयोग के लिए संरक्षित करना है।
स्थानीय स्तर पर तैयार किए गए इन चेक डैमों से किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलने में मदद मिलेगी, साथ ही भूजल स्तर बढ़ने की भी उम्मीद है। ग्रामीणों का कहना है कि इस प्रबंध से पीने के पानी की पुरानी समस्याओं में भी काफी राहत मिलेगी। पूरी परियोजना का लक्ष्य एक टिकाऊ जल प्रबंधन प्रणाली विकसित करना है जो ग्रामीण क्षेत्रों के प्राकृतिक और कृषि-आधारित पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत बनाए।
7 से 21 दिसंबर तक देशभर में चल रहे इस चेक डैम निर्माण अभियान का उद्देश्य जल संरक्षण के माध्यम से ग्रामीण समृद्धि को बढ़ावा देना है। निर्माण कार्य के दौरान मिट्टी भरने, बोरे लगाने और निरीक्षण सहित सभी चरणों की संगठन द्वारा सुव्यवस्थित निगरानी की गई। मरह गांव में आरती सेवा केंद्र, मरह और गुंडला से जुड़े भक्तों के सामुदायिक सहयोग और जगद्गुरु नरेंद्रचार्य जी महाराज के आशीर्वाद से चेक डैम निर्माण सफलतापूर्वक पूरा हुआ। इस दौरान कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे, जिनमें पूर्व हेडमास्टर जगदीश राज, पूर्व बीडीओ रमेश कोटवाल, समाजसेवी बालकराम और मरह के सरपंच शामिल थे।
संगठन की ओर से दिलीप जाधव ने ग्रामीणों, स्वयंसेवकों और प्रशासनिक अधिकारियों का आभार व्यक्त किया और बताया कि आने वाले दिनों में ऐसे चेक डैम अन्य क्षेत्रों में भी बनाए जाएंगे, ताकि जल संरक्षण के इस मॉडल को व्यापक रूप से अपनाया जा सके।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा