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कोकराझार (असम), 10 दिसम्बर (हि.स.)। असम आंदोलन के महान शहीदों की स्मृति में आज कोकराझार सरकारी उच्च माध्यमिक एवं एमपी स्कूल के मैदान में शहीद दिवस गरिमामय रूप से मनाया गया। कार्यक्रम में बीटीसी प्रमुख हाग्रमा मोहिलारी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस अवसर पर वरिष्ठ अधिकारियों, विशिष्ट अतिथियों तथा शहीद परिवारों ने भी भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत असम आंदोलन के शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई। इसके बाद बीटीसी प्रमुख एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। कार्यक्रम के दौरान कोकराझार के छह शहीद परिवारों को सम्मानित किया गया, उनके अदम्य साहस और राज्य की पहचान एवं इतिहास में दिए गए योगदान को नमन किया गया। इसके उपरांत शांतिपूर्ण ‘नाम प्रसंग’ का आयोजन किया गया, जबकि डॉ. भूपेन हजारिका के अमर गीत ‘शहीद प्रणामो तुमाक’ का सामूहिक गायन लगभग 4,000 प्रतिभागियों द्वारा किया गया, जिसने पूरे माहौल को भावुक कर दिया।
सभा को संबोधित करते हुए बीटीसी प्रमुख ने राज्य सरकार द्वारा सभी जिलों में शहीद दिवस मनाने की पहल की सराहना की और कोकराझार के इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि असम आंदोलन के शहीदों के अद्वितीय बलिदान की बदौलत ही आज राज्य शिक्षा, संस्कृति, भाषा, विकास और संस्थागत निर्माण के क्षेत्र में आगे बढ़ पाया है। उन्होंने कहा कि शहीदों की गौरवशाली विरासत हर नागरिक की चेतना में सदैव जीवित रहनी चाहिए।
कार्यक्रम में बीटीसी के कार्यकारी पार्षद देर्हासात बसुमतारी, प्रकाश बसुमतारी और मून मून ब्रह्मा, जिला उपायुक्त मसांदा पर्टिन, सहायक आयुक्त, जिला प्रशासन के अधिकारी, छात्र-छात्राएं और विभिन्न संगठन के प्रतिनिधि शामिल हुए।
हिन्दुस्थान समाचार / किशोर मिश्रा