आईआईटी खड़गपुर में कविताओं की गूंज —‘काव्यसंध्या’ में हिंदी पर विशेष काव्य प्रस्तुति
खड़गपुर, 03 नवम्बर (हि.स.)। आईआईटी खड़गपुर के टेक्नोलॉजी लिटरेरी सोसाइटी के तत्वावधान में आयोजित वार्षिक हिंदी कवि सम्मेलन ‘काव्यसंध्या’ ने इस वर्ष नए आयाम स्थापित किए। टेक्नोलॉजी स्टूडेंट्स जिमखाना के अंतर्गत होने वाला यह साहित्यिक आयोजन संस्थान क
आईआईटी में काव्य सम्मेलन संपन्न हुआ


आईआईटी खड़गपुर में कविताओं की गूंज


काव्य सम्मेलन आरती में


खड़गपुर, 03 नवम्बर (हि.स.)। आईआईटी खड़गपुर के टेक्नोलॉजी लिटरेरी सोसाइटी के तत्वावधान में आयोजित वार्षिक हिंदी कवि सम्मेलन ‘काव्यसंध्या’ ने इस वर्ष नए आयाम स्थापित किए। टेक्नोलॉजी स्टूडेंट्स जिमखाना के अंतर्गत होने वाला यह साहित्यिक आयोजन संस्थान के विद्यार्थियों के बीच रचनात्मक अभिव्यक्ति का प्रमुख मंच बन चुका है।

कार्यक्रम रविवार रात नेताजी ऑडिटोरियम में हुआ, कार्यक्रम का संचालन ऋषि कुशवाहा और कनिका मलिक ने किया। मंच पर एन.सी. साहिथ, अभिनव कुमार, अमितेश कुमार, दिग्दर्शन दक्ष, शिवम् सहित कैंपस के कई प्रमुख हिंदी कवि विद्यार्थियों ने अपनी प्रभावशाली प्रस्तुतियों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। इस बार की काव्य प्रस्तुतियों में हिंदी भाषा, उसकी संवेदना और आधुनिक युवा दृष्टि को केंद्र में रखा गया, जिसने दर्शकों से भरपूर सराहना पाई।

इस वर्ष की काव्यसंध्या अब तक की सबसे लंबी रही, जो अपने पूर्ववर्ती आयोजनों से लगभग ढाई घंटे अधिक चली। कुल 22 कवियों ने इसमें भाग लिया —जिनमें प्रथम वर्ष से लेकर चतुर्थ वर्ष के स्नातक, पांचवे वर्ष के द्वैतिक डिग्री छात्र और स्नातकोत्तर विद्यार्थी शामिल थे।

इस आयोजन की सबसे खास बात यह रही कि नवागंतुक छात्रों को अपने वरिष्ठों के साथ मंच साझा करने और उनसे सीखने का अवसर मिला। इससे न केवल नए छात्रों में आत्मविश्वास का संचार हुआ, बल्कि कैंपस में साहित्यिक वातावरण को भी नई ऊर्जा मिली।

कार्यक्रम की संपूर्ण रूपरेखा और संचालन ऋषि कुशवाहा, कनिका मलिक, लौकिक मुद्हावणे, दिग्दर्शन दक्ष और सिद्धार्थ सुधर्शन पांडे द्वारा किया गया। पूरे आयोजन में आईआईटी खड़गपुर के विद्यार्थियों ने अपनी रचनात्मकता, भाषा प्रेम और हिंदी साहित्य के प्रति गहरी निष्ठा का परिचय दिया।

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हिन्दुस्थान समाचार / अभिमन्यु गुप्ता