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देहरादून, 3 नवंंबर(हि.स.)। राज्य स्थापना के रजत जयंती के मौके पर विधानसभा के विशेष सत्र में सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उत्तराखंड में नारी सशक्तिकरण के प्रयासों की सराहना की। उन्हाेंने राज्य की गाैरा देवी सेलेकर स्पीकर ऋतु खंडूरी भूषण और वंदना कटारिया तक का जिक्र किया।
दरअसल, रविवार काे भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने विश्व कप जीतकर एतिहासिक उपलब्ध हासिल की है।राष्ट्रपति मुर्मु पूरे देश में महिला सशक्तिकरण के प्रयासों को प्रोत्साहित करती रहती हैं। यहां भी विशेष सत्र में अपनेसंबाेधन में राष्ट्रपति मुर्मु ने अपने ही अंदाज में महिला सशक्तिकरण के लिए राज्य सरकार के प्रयासों पर अपनी मुहर लगाई। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में राज्य में महिला शिक्षा के विस्तार पर चर्चा की। मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी की बात को प्रमुखता से उभारा। राष्ट्रपति ने अपने संबाेधन में पुरानी पीढ़ी की स्वर्गीय गौरा देवी से लेकर नई पीढ़ी की वंदना कटारिया तक का नाम लिया। उत्तराखंड आंदोलन में प्रमुख महिला चेहरा स्वर्गीय सुशीला बलूनी के साथ ही बछेंद्री पाल, राधा भट्ट जैसे प्रमुख नामों का उल्लेख किया। उन्हाेंने पहली महिला स्पीकर ऋतु खंडूरी भूषण की नियुक्ति पर खुशी जताई। राष्ट्रपति ने कहा कि महिला स्पीकर बनाकर उत्तराखंड विधानसभा ने अपना गौरव बढ़ाया है। राष्ट्रपति ने विधानसभा में महिला सदस्यों की संख्या में वृद्धि की अपेक्षा भी जाहिर की। राष्ट्रपति मुर्मु ने अपने संबोधन में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का खास तौर पर जिक्र किया। उन्होंने समानता की मजबूत पैरवी करने वाले संविधान के अनुच्छेद-44 का उल्लेख करते हुए यूसीसी लागू करने पर सदस्यों की सराहना भी की।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी अपने संबोधन की शुरूआत बेटियों के क्रिकेट में विश्व विजेता बनने की बात से की। उन्होंने बेटियों को बधाई दी, तो पूरे सदन के साथ ही राष्ट्रपति ने भी तालियां बजाईं।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार