सिरसा: डिजिटल युग में पुस्तकें ज्ञान, चिंतन और सृजनशीलता का अनमोल स्रोत: उपायुक्त
सीडीएलयू में दो दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी का शुभारंभ
सीडीएलयू में पुस्तक प्रदर्शनी का शुभारंभ करते उपायुक्त शांतनु शर्मा।


सिरसा, 3 नवंबर (हि.स.)। चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा में दो दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी का शुभारंभ सोमवार को सिरसा के उपायुक्त शंतनु शर्मा ने किया। उपायुक्त शांतनु शर्मा ने कहा कि पुस्तकें मानव जीवन की सच्ची मार्गदर्शक होती हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में भी पुस्तकें ज्ञान, चिंतन और सृजनशीलता का अनमोल स्रोत हैं। विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित यह प्रदर्शनी विद्यार्थियों को नवीनतम अध्ययन सामग्री और शोध संसाधनों से परिचित करवाएगी।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विजय कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन सदैव विद्यार्थियों और शोधार्थियों को सर्वोत्तम शैक्षणिक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इस प्रकार के आयोजन विद्यार्थियों में पठन संस्कृति और बौद्धिक संवाद को प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने कहा कि पुस्तकें ज्ञान का सर्वोत्तम स्रोत हैं जो व्यक्ति के व्यक्तित्व निर्माण, चिंतन और सृजनशीलता को विकसित करती हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे अधिकाधिक संख्या में प्रदर्शनी में भाग लें और अपनी ज्ञान–सीमा का विस्तार करें।

सिरसा पुलिस अधीक्षक दीपक सहारण ने विद्यार्थियों को अध्ययनशील होने के लिए प्रेरित किया। पुस्तकालय अध्यक्ष प्रो. मोनिका वर्मा ने बताया कि प्रदर्शनी में देश की अनेक प्रसिद्ध प्रकाशन संस्थाएं ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस, पियरसन, सेज, प्रभात प्रकाशन, राजपाल एंड संस, ओरिएंट ब्लैकस्वान आदि भाग ले रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में विज्ञान, वाणिज्य, प्रबंधन, साहित्य, भाषा, समाजशास्त्र, शिक्षा, पत्रकारिता और कंप्यूटर विज्ञान जैसे विविध विषयों की नवीनतम पुस्तकें उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि यह पुस्तक प्रदर्शनी 3 से 4 नवंबर तक प्रतिदिन माता अमृता देवी बिश्नोई भवन (यूआईटीडीसी सेंटर) में आयोजित की जाएगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / Dinesh Chand Sharma