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कानपुर, 03 नवम्बर (हि.स.)। 60 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किये गए जयपुरिया पुल के बनने से लाखों लोगों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। मसलन उनका समय और श्रम दोनों ही बचेंगे। इसके शुभारम्भ से यह पुल शहर के प्रमुख मार्गों के साथ-साथ शुक्लागंज, उन्नाव को भी जोड़ता है। इससे पहले रेलवे फाटक और स्कूल होने से रेलवे क्रासिंग पर घण्टों जाम की समस्या बनी रहती थी। विपक्ष कानपुर के विकास कार्यों में अड़ंगा नहीं लगा पाएगा। बीजेपी सरकार कानपुर को उसका पुराना वैभव और गौरव लौटाने का काम करेगी। यह बातें सोमवार को सांसद रमेश अवस्थी ने कही।
कैंट स्थित जयपुरिया क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए सेतु निगम ने जनवरी 2022 में इस क्राॅसिंग पर रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण शुरू कराया था। 922 मीटर लम्बे और साढ़े सात मीटर चौड़े इस पुल की निर्माण लागत 60 करोड़ रुपये है। जिसका शिलान्यास पूर्व सांसद सत्यदेव पचौरी ने किया था। अब यह पुल पूरी तरह से बनकर तैयार हो गया है। जिसका आज सांसद रमेश अवस्थी ने फीता काटकर शुभारम्भ किया। इस दौरान पार्टी से जुड़े तमाम नेता व कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।
बताते चलें कि जयपुरिया पुल के शुभारम्भ से कानपुर के सा- साथ शुक्लागंज वासियों को भी राहत मिलेगी और जाम से निजात मिलेगा। क्योंकि ये पुल कानपुर के मुख्य मार्गो को जोड़ता है जैसे फूलबाग, मालरोड से जाजमऊ, शुक्लागंज, कैंट आदि रास्ते शामिल हैं। कानपुर लखनऊ रेलवे रूट की जयपुरिया रेलवे क्राॅसिंग से रोजाना 100 से ज्यादा ट्रेनों का आवागमन होता है। इनकी वजह से यह क्राॅसिंग रुक- रुक कर लगभग साढ़े तीन घंटे बंद रहती है। इससे स्कूली बच्चों से लेकर अन्य लोगों को भी समस्याएं होती थीं। इस समस्या को समाप्त करने के लिए ही इस पुल का निर्माण कराया गया है। सांसद रमेश अवस्थी ने कहा कि जयपुरिया पुल का शुभारम्भ कर दिया गया है लेकिन इसका उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री करेंगे। इसके साथ ही कई कार्यों का शिलान्यास भी करेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप