कलेजे के टुकड़े को बचाने की जंग : नौ करोड़ के इंजेक्शन के लिए पिता की गुहार
मीरजापुर, 03 नवम्बर (हि.स.)। एक पिता अपने कलेजे के टुकड़े को बचाने के लिए हर दरवाजे पर दस्तक दे रहा है। जमालपुर क्षेत्र के करजी गांव निवासी आलोक कुमार द्विवेदी का 14 माह का पुत्र स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी (SMA) जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा है। इस दुर
स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी (SMA) जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा 14 माह का बालक।


मीरजापुर, 03 नवम्बर (हि.स.)। एक पिता अपने कलेजे के टुकड़े को बचाने के लिए हर दरवाजे पर दस्तक दे रहा है। जमालपुर क्षेत्र के करजी गांव निवासी आलोक कुमार द्विवेदी का 14 माह का पुत्र स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी (SMA) जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा है। इस दुर्लभ और असाध्य रोग के इलाज के लिए करीब नौ करोड़ रुपये की जरूरत है।

नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में बच्चे का उपचार चल रहा है, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसकी जान बचाने के लिए एक विशेष जीन थेरेपी इंजेक्शन लगाना अनिवार्य है, जिसकी कीमत नौ करोड़ रुपये से अधिक है।

आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के लिए इतनी बड़ी रकम जुटाना असम्भव सा बन गया है। ऐसे में पिता आलोक द्विवेदी ने सोशल मीडिया पर अपने बेटे की तस्वीर, मेडिकल रिपोर्ट और डॉक्टरों के स्टिमेट साझा करते हुए जनसहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि मैं अपने बेटे को खोना नहीं चाहता... हर संभव प्रयास कर रहा हूं, बस समाज और सरकार का साथ मिल जाए।

अब तक देश भर से दानदाताओं की मदद से 8.12 लाख रुपये की राशि एकत्र हो चुकी है, लेकिन यह राशि आवश्यक धनराशि की तुलना में बहुत कम है। मड़िहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल ने बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर उपचार के लिए सरकारी सहायता दिलाने का अनुरोध किया है।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा