हिसार : शिक्षा व सही दिशा में करियर निर्माण अपराध की राह से बचने का सबसे सशक्त उपाय : राजपाल सिंह
दयानंद कॉलेज में ‘युवा अपराध में कमी के लिए करियर मार्गदर्शन’ पर कार्यशाला का आयोजन हिसार, 3 नवंबर (हि.स.)। दयानंद कॉलेज के पूर्व छात्र प्रकोष्ठ की ओर से एनसीसी और एनएसएस इकाइयों के सहयोग से ‘युवा अपराध में कमी के लिए करियर मार्गदर्शन’ वि
कार्यक्रम में मुख्यअतिथि को सम्मानित करते पदाधिकारी।


कार्यक्रम में उपस्थित अध्यापक व विद्यार्थी।


दयानंद कॉलेज में ‘युवा अपराध में कमी के लिए करियर मार्गदर्शन’ पर कार्यशाला का आयोजन

हिसार, 3 नवंबर (हि.स.)। दयानंद कॉलेज के पूर्व छात्र प्रकोष्ठ की ओर से एनसीसी

और एनएसएस इकाइयों के सहयोग से ‘युवा अपराध में कमी के लिए करियर मार्गदर्शन’ विषय पर कार्यशाला

का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कॉलेज परिसर के सभागार में अत्यंत उत्साहपूर्ण वातावरण

में संपन्न हुआ।

कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर कॉलेज के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. विवेक श्रीवास्तव

ने साेमवार काे कहा कि दयानंद कॉलेज सदैव समाजोपयोगी गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों को

नैतिकता, अनुशासन और राष्ट्रसेवा की भावना से जोड़ता रहा है। यह कार्यशाला उसी दिशा

में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा की अर्जुन की तरह चिड़िया के आंख पर केंद्रित

रहना बहुत जरूरी है, लेकिन आपके पास दूसरा ऑप्शन भी जरूरी है। अगर आपके पास बहुत सारी

डिग्री है, इसके लिए आपको क्वालिटी चाहिए।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में सीबीआई अपराध शाखा दिल्ली

के पुलिस अधीक्षक राजपाल सिंह ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अपराध की राह से

बचने का सबसे सशक्त उपाय है शिक्षा और सही दिशा में करियर निर्माण। जब युवा अपने लक्ष्यों

के प्रति जागरूक और आत्मनिर्भर होते हैं, तो समाज स्वतः अपराध मुक्त दिशा में अग्रसर

होता है। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया की कभी किसी के दबाव में निर्णय न ले अपने

बुद्धि विवेक का ही इस्तेमाल करें। किसी भी काम को करने से पहले अपने दिल की सुने फिर

दिमाग की सुने।

कार्यक्रम के संयोजक डॉ. नरेंद्र कुमार ने बताया कि इस कार्यशाला का मुख्य

उद्देश्य युवाओं में रोजगार और आत्मनिर्भरता के प्रति जागरूकता बढ़ाना है ताकि वे गलत

रास्तों से दूर रहकर समाज के निर्माण में सहयोग दे सकें। कार्यशाला के आयोजन सचिव एनसीसी

अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉ. हेमंत शर्मा, डॉ. आदित्य कुमार और डॉ. मंजू शर्मा ने कार्यक्रम

का संचालन और समन्वय किया। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. इंद्रजीत सिंह, डाॅ. चेतन

शर्मा और डॉ. छवि मंगला ने छात्रों को समाज सेवा की गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग

लेने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के समापन पर स्मृति चिन्ह देकर मुख्य अतिथि का

सम्मान किया गया। इस अवसर पर डॉ. रेनू राठी, डॉ. शम्मी नागपाल, डॉ. सुरेंद्र बिश्नोई,

सुरेश यादव, अनिल शर्मा व कॉलेज के शिक्षण और गैर-शिक्षण स्टाफ के साथ-साथ अनेक पूर्व

छात्र भी उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर