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रांची, 3 नवंबर (हि.स.)। झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस), ग्रामीण विकास विभाग की ओर से राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन रांची में किया। कार्यक्रम का विषय बिल्डिंग सिनर्जी : ओरियंटेड ऑफ डीडीसीएस एंड एसेट रिपोरपोजिंग फॉर कम्युनिटी ग्रोथ था
कार्यशाला में राज्य के उप विकास आयुक्त, जिला कार्यक्रम प्रबंधक और सखी मंडल से जुड़ी महिलाओं ने भाग लिया। मौके पर जेएसएलपीएस के सीईओ अनन्य मित्तल ने कहा कि सरकार की ग्रामीण विकास योजनाओं का लाभ अबतक लाखों महिलाओं तक पहुंचाया गया है। उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग कर ग्रामीण महिलाओं के लिए आजीविका के नए आयाम स्थापित करना इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है।
उन्होंने कहा कि सभी डीडीसी और डीपीएम जिलों में उपलब्ध परिसंपत्तियों के पुनः उपयोग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। यह पहल महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी।
ग्रांट थॉर्टन भारत एलएलपी के पार्टनर चिराग जैन ने बताया कि एसेट रिपर्पोज़िंग मॉडल के तहत खाली सरकारी परिसंपत्तियों का उपयोग महिला नेतृत्व वाले व्यवसायों के लिए किया जा रहा है।
कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डे–एनआरएलएम), लखपति दीदी पहल, पीएमएफएमई और आरएएमपी के सफल उदाहरण साझा किए गए। सखी मंडल की महिलाओं ने अपने अनुभव बताते हुए कहा कि सरकारी परिसंपत्तियों के उपयोग से उन्हें स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में नई राह मिली है।
कार्यशाला में सभी जिला के डीडीसी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक और सखी मंडल की महिला सहित अन्य अधिकारी पदाधिकारी मौजूद थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / Manoj Kumar