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कोलकाता, 03 नवम्बर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री और तृणमूल कांग्रेस विधायक ज्योतिप्रिय मलिक पर रविवार रात हुए हमले के आरोपित युवक को पुलिस ने सोमवार को रिहा कर दिया। पुलिस ने बताया कि युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त है और वर्तमान में शहर के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।
यह हमला रविवार देर शाम सॉल्ट लेक स्थित मलिक के आवास के बाहर हुआ था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपित की पहचान अभिषेक दास के रूप में हुई है, जो उत्तर 24 परगना जिले के हाबरा इलाके का निवासी है। घटना के बाद उसे हिरासत में लिया गया था, लेकिन उसकी मानसिक स्थिति की पुष्टि होने पर सोमवार सुबह उसे रिहा कर दिया गया। उसके परिजनों को इस बारे में सूचित कर दिया गया है।
घटना के समय दास ने कथित रूप से मलिक पर घूंसा मारा, जिससे वह सड़क पर गिर पड़े थे। हालांकि उन्हें गंभीर चोट नहीं लगी। हमले के तुरंत बाद मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने आरोपित को पकड़ लिया था।
इस बीच, सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि घटनास्थल तृणमूल विधायक के आवास का मुख्य प्रवेश द्वार था। मीडिया से बातचीत में मलिक ने कहा, “लगता है वह नशे में था। दोपहर से ही वह मेरे घर के बाहर चक्कर लगा रहा था। रात 8 बजे जैसे ही मैं पहुंचा, उसने मुझ पर हमला कर दिया।” उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अब तक समझ नहीं आया कि हाबरा का एक युवक उन पर क्यों हमला करेगा।
पुलिस के अनुसार, पूर्व मंत्री ने आरोपित के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं कराया है, इसलिए आगे की कानूनी कार्रवाई नहीं की जा रही है।
गौरतलब है कि, ज्योतिप्रिय मलिक राशन वितरण घोटाले के मामले में वर्ष 2023 में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए गए थे। लगभग 14 माह की हिरासत के बाद उन्हें इसी वर्ष 15 जनवरी को जमानत मिली थी। जमानत पर आने के बाद कुछ समय तक वे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल में रहे, लेकिन बाद में उन्हें पद से हटा दिया गया।------------------
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर