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जगदलपुर, 3 नवंबर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में जगदलपुर के सिटी ग्राउंड में आयोजित तीन दिवसीय रजत जयंती समारोह का भव्य आगाज 2 नवंबर को हुआ। समारोह में बस्तर की धरती पर प्रदेश की विविध सांस्कृतिक और लोक कलाओं का अद्भुत संगम देखने को मिला। आज साेमवार काे कार्यक्रम की शुरुआत कलाकार सुजय के मनमोहक कथक नृत्य से हुई। उन्होंने तीन ताल पर प्रस्तुति देकर शास्त्रीय कला की उत्कृष्टता का परिचय दिया। इसके तुरंत बाद कला के विभिन्न रंग मंच पर बिखरे। स्वामी विवेकानंद विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत समूह नृत्य ने दर्शकों को विविधतापूर्ण कलात्मकता से जोड़ा।
समारोह में छत्तीसगढ़ की माटी की महक तब आई जब माता रुक्मणी कन्या आश्रम की बालिकाओं ने पारंपरिक समूह करमा नृत्य की सजीव प्रस्तुति दी । यह प्रस्तुति बस्तर अंचल की जनजातीय संस्कृति की अनमोल धरोहर का प्रतिनिधित्व कर रही थी। इसके अलावा कन्या परिसर परचनपाल के समूह ने भी अपने कलात्मक प्रदर्शन से दर्शकों का ध्यान खींचा। युवा शक्ति के प्रतीक जमावाड़ा के बैंड ने अपनी प्रस्तुति से माहौल में जोश और उत्साह भर दिया। कार्यक्रम का समापन विद्या ज्योति स्कूल द्वारा प्रस्तुत ऊर्जा से भरपूर समूह पंजाबी नृत्य से हुआ, जिसने छत्तीसगढ़ के इस समारोह में राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का संदेश दिया। साथ ही तोकापाल ब्लाॅक के नैनमूर लोक नर्तक दलों की प्रस्तुति ने भी दर्शकों को मोहित किया।
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हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे