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जम्मू, 3 नवंबर (हि.स.)। श्रीनगर में खेली जा रही इंडियन हेवन प्रीमियर लीग टी-20 क्रिकेट प्रतियोगिता बकाया भुगतान विवाद में उलझ गई है। घाटी के अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और स्थानीय क्रिकेटरों के साथ-साथ बाहरी राज्यों से आए खिलाड़ियों ने आयोजकों पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए मैचों का बहिष्कार कर दिया है। इस घटनाक्रम के बाद टूर्नामेंट पूरी तरह अव्यवस्था में फंस गया है और आज के सभी मैच रद्द कर दिए गए हैं।
जानकारी के अनुसार खिलाड़ियों ने आरोप लगाया है कि लीग आयोजकों ने उन्हें खेलने से पहले भुगतान और अन्य भत्तों का आश्वासन दिया था लेकिन टूर्नामेंट शुरू होने के कई दिन बाद तक भी उन्हें कोई भुगतान नहीं किया गया। इस पर खिलाड़ियों ने मैदान में उतरने से इनकार कर दिया। बताया जा रहा है कि आयोजकों ने “तकनीकी कारणों” का हवाला देकर खिलाड़ियों से स्टेडियम न आने को कहा।
एक खिलाड़ी ने बताया कि हमें भुगतान का आश्वासन दिया गया था लेकिन अब आयोजक फोन नहीं उठा रहे। कुछ आयोजक होटल छोड़कर चले गए हैं। कैटरिंग स्टाफ और ड्राइवरों तक को भुगतान नहीं मिला।
इस विवाद के चलते बख्शी स्टेडियम में आयोजित होने वाले मैच भी रद्द कर दिए गए हैं। वहीं जम्मू-कश्मीर खेल परिषद के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि परिषद का इस लीग से कोई लेना-देना नहीं है क्योंकि यह पूरी तरह निजी आयोजन है। उन्होंने बताया कि परिषद ने सिर्फ स्टेडियम मैदान किराए पर दिया था और इसके लिए निर्धारित शुल्क लिया गया था।
अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर सरकार का भी इस आयोजन से कोई संबंध नहीं है।
उधर खिलाड़ियों और खेल विशेषज्ञों ने कहा कि इस तरह के निजी आयोजनों में पारदर्शिता, जवाबदेही और खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की कोई व्यवस्था नहीं है। खासतौर पर जब लीग को बीसीसीआई या जम्मू-कश्मीर क्रिकेट संघ से मान्यता प्राप्त नहीं है, तो ऐसे आयोजनों में वित्तीय अनियमितताओं की संभावना बढ़ जाती है।
खिलाड़ियों ने प्रशासन से मांग की है कि टूर्नामेंट से जुड़े सभी खिलाड़ियों, स्टाफ और सहयोगियों का बकाया भुगतान सुनिश्चित कराया जाए और भविष्य में ऐसे निजी आयोजनों की अनुमति देने से पहले कड़े नियम तय किए जाएं।
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हिन्दुस्थान समाचार / अश्वनी गुप्ता