सिरमौर की मंडियों में 70 हज़ार क्विंटल के करीब धान की खरीद
नाहन, 26 नवंबर (हि.स.)। इस बार सिरमौर जिला की दो प्रमुख मंडियों में कुल 70 हज़ार क्विंटल के करीब धान की खरीद हुई है। जानकारी के अनुसार पांवटा कृषि मंडी में करीब 40 हज़ार क्विंटल जबकि धौला कुआं मंडी में लगभग 29 हज़ार क्विंटल धान खरीदा गया है। भारती
सिरमौर की मंडियों में 70 हज़ार क्विंटल के करीब धान की खरीद


नाहन, 26 नवंबर (हि.स.)। इस बार सिरमौर जिला की दो प्रमुख मंडियों में कुल 70 हज़ार क्विंटल के करीब धान की खरीद हुई है। जानकारी के अनुसार पांवटा कृषि मंडी में करीब 40 हज़ार क्विंटल जबकि धौला कुआं मंडी में लगभग 29 हज़ार क्विंटल धान खरीदा गया है।

भारतीय किसान चढूनी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष तरसेम सखी ने बताया कि इस बार धान की खरीद पहले की तुलना में काफी कम हुई है। उन्होंने स्पष्ट आरोप लगाया कि मंडी देर से शुरू होने के कारण अधिकांश किसानों ने अपनी धान की फसल हरियाणा की मंडियों में औने-पौने दामों पर बेचने को मजबूर होना पड़ा

तरसेम सखी ने बताया कि धान की कटाई 20 सितंबर से शुरू हो गई थी, जबकि कृषि मंडी लगभग 3 अक्टूबर को शुरू की गई। इस देरी ने किसानों को बड़ा आर्थिक नुकसान पहुंचाया।उन्होंने कहा कि कृषि मंडी की लेट ओपनिंग से किसान परेशान हुए। हर साल किसान मंडियों की अनदेखी झेलते हैं। इस बार भी कोई सहयोग नहीं मिला।उन्होंने पांवटा और धौला कुआं मंडी की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां जगह की भारी कमी है और गोदाम भी बेहद छोटे हैं, जिसके कारण किसानों को बार-बार दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

उन्होंने हिमाचल प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा कि बरसात से जिन किसानों का नुकसान हुआ है, उन्हें समय पर मुआवजा मिलना चाहिए।

साथ ही जिन किसानों ने फसल बीमा करवा रखा है, उन्हें तत्काल बीमा राशि जारी की जाए।

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हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर