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ईटानगर, 26 नवंबर (हि.स.)। अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिला विधि छात्र संघ ने अरुणाचल सीमांत राजमार्ग के मुआवजा वितरण में बड़े पैमाने पर अनियमितता और कुप्रबंधन के गंभीर आरोप लगाए हैं। संघ ने कहा कि जिले के पैकेज-4 और पैकेज-5 से संबंधित मुआवजा प्रक्रिया में पारदर्शिता की भारी कमी है और लगभग 200 करोड़ रुपये के दुरुपयोग की आशंका व्यक्त की है।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए संघ के अध्यक्ष तातु मेयिंग ने कहा कि मुआवजा राशि का मूल्यांकन और वितरण निष्पक्ष तरीके से नहीं किया गया। कई मामलों में बिना उचित क्षेत्रीय सत्यापन और सहायक रिकॉर्ड के ही मनमानी राशि वितरित की गई है। मेयिंग ने यह भी दावा किया कि कुछ गैर-मौजूद संपत्तियों को भी मुआवजा दिया गया है और अनेक धोखाधड़ी वाले बिल तैयार किए गए हैं।
संघ का कहना है कि मुआवजा प्रक्रिया में शामिल अधिकारी जिला उपायुक्त तस्सो गाम्बो और प्रभारी डीएलआरएसओ तामी तागा की भूमिका संदिग्ध है। संघ ने उनकी तत्काल गिरफ्तारी और निलंबन की मांग की है।
संघ ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि ऊपरी सुबनसिरी जिले में फ्रंटियर हाईवे मुआवजा प्रक्रिया का राज्य स्तरीय निगरानी समिति की देखरेख में पुनर्सत्यापन कराया जाए। इस संबंध में संघ ने राज्य के मुख्य सचिव को एक औपचारिक प्रतिनिधित्व भी सौंपा है।--------------------
हिन्दुस्थान समाचार / तागू निन्गी