फौजी के शव का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
--अंतिम संस्कार में उमड़ा जनसैलाब, हर किसी की भर आई आंखें--सांसद समेत तमाम जनप्रतिनिधियों ने शहीद को दी श्रद्धाजंलि हमीरपुर, 26 नवम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के कुरारा थाना क्षेत्र के कुसमरा गांव में जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद
कुसमरा गांव में शहीद के अंतिम संस्कार में श्रद्धाजंलि देते


--अंतिम संस्कार में उमड़ा जनसैलाब, हर किसी की भर आई आंखें--सांसद समेत तमाम जनप्रतिनिधियों ने शहीद को दी श्रद्धाजंलि

हमीरपुर, 26 नवम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के कुरारा थाना क्षेत्र के कुसमरा गांव में जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद होने पर पार्थिव शरीर घर आने पर बुधवार को हजारों लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की तथा राजकीय सम्मान के साथ गांव में अंतिम संस्कार सम्पन्न हुआ। छोटे भाई ने मुखाग्नि दी।

क्षेत्र के कुसमरा गांव निवासी गोविंद यादव ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए थे मंगलवार को एम्बुलेंस से उनका पार्थिव शरीर घर आया था तथा सेना के जवानों द्वारा रात में ही सलामी दी गई थी तथा वापस चले गए थे। बुधवार को परिजनों ने शहीद का अंतिम संस्कार अपने खेत में किया । छोटे भाई भूपेंद्र यादव ने शहीद को मुखाग्नि दी। शोक के माहौल में उनका अंतिम संस्कार किया गया। तथा जिस एम्बुलेंस से शव जम्मू कश्मीर से गांव आया था। वह रात में रुककर सुबह अंतिम संस्कार होने के बाद ताबूत लेकर वापस लौट गई। भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील पाठक ने गांव जाकर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। ग्रामीणों की मांग पर शहीद स्मृति द्वार व शहीद पार्क व शहादत ग्राम घोषित कराए जाने के लिए प्रयास करने का आश्वासन दिया। हमीरपुर महोबा सांसद अजेंद्र सिंह ने गांव जाकर परिजनों से शोक संवेदना व्यक्त की। अंतिम संस्कार के समय ग्रामीण व रिश्तेदार भारी संख्या में मौजूद रहे।

--सैनिकों ने दिवगंत फौजी गोविन्द को सलामी दीइससे पहले शहीद की अंतिम यात्रा निकाली गई जिसमें भारी जन सैलाब उमड़ा। शहीद को श्रंद्धाजंलि दी। सैनिकों की एक टुकड़ी ने शहीद के पार्थिव शरीर को सलामी दी। शहीद के शव को तिरंगे पर लिपटा देख हर किसी के आंसू निकल आए। वहीं मां राजेश्वरी और पत्नी जावित्री बदहवास हैं। फौजी का शव गांव आने पर एडीएम फाइनेंस विजय शंकर तिवारी, ए एसपी मनोज गुप्ता, भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील पाठक समेत तमाम लोग मौके पर पहुंच गए हैं। फौजी का शव देख लोगों की आंखें भर आई।

--12 साल छोटे से गांव का युवक बना था फौजीकुंवर सिंह यादव गल्ले के व्यापारी है। इनका एक बेटा भूपेन्द्र यादव गांव में ही रहकर खेतीबाड़ी करता है जबकि छोटा बेटा गोविन्द भारतीय सेना में तैनात है। पिता ने बताया कि गोविन्द ने फौज में जाने के लिए गांव में रहकर बड़ी तैयारी की थी। देश की सेवा का सपना पूरा करने के लिए उसने बड़ी मेहनत की थी जिससे वर्ष 2013 में उसका फौज में जाने का सपना साकार हुआ। इसकी शादी भी तीन साल पहले हुई थी। मौजूदा में गोविन्द्र जम्मू कश्मीर में सेना हेड क्वार्टर में तैनात था।

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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज मिश्रा